स्टूडेंट्स ने देखी सीडीआरआई की प्रयोगशाला, इंटरैक्टिव कार्यक्रमों में भी लिया हिस्सा

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लखनऊ: सीएसआईआर-केंद्रीय औषधि अनुसंधान संस्थान (सीडीआरआई) लखनऊ ने वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) का 82वां स्थापना दिवस एक जीवंत एवं शिक्षाप्रद “ओपन डे” कार्यक्रम के साथ मनाया, जिसमें स्कूल और कॉलेज के छात्रों का मुक्त हृदय से स्वागत किया गया।

आज सीएसआईआर-सीडीआरआई लखनऊ में सुल्तानपुर, हरदोई, रायबरेली, उन्नाव, कानपुर और लखनऊ सहित पूरे क्षेत्र से कुल 25 स्कूलों और कॉलेजों के लगभग 1100 उत्साही छात्रों और शिक्षकों ने इस आकर्षक और जानकारीपूर्ण अनुभव में उत्साहपूर्वक भाग लिया।

“ओपन डे” ने छात्रों को विज्ञान और नवाचार की दुनिया में गहराई से जाने का अवसर प्रदान किया। इस कार्यक्रम में जिज्ञासा जगाने और युवा मन को प्रेरित करने के लिए डिज़ाइन की गई गतिविधियों और आकर्षणों की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदर्शित की गई।

ओपन डे कार्यक्रम के अध्यक्ष और संयोजक डॉ. बीएन सिंह ने छात्रों और स्कूलों से मिली जबरदस्त प्रतिक्रिया पर प्रसन्नता व्यक्त की और कम उम्र से ही वैज्ञानिक जिज्ञासा को बढ़ावा देने के महत्व पर जोर दिया।

उन्होंने कहा, “हम इस कार्यक्रम की मेजबानी करने और वैज्ञानिकों की अगली पीढ़ी को प्रेरित करने का अवसर पाकर रोमांचित हैं। सीएसआईआर-सीडीआरआई भारत में वैज्ञानिक ज्ञान और नवाचार को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है, और इस तरह के आयोजन वैज्ञानिक संस्कृति को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण हैं।

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समारोह के मुख्य आकर्षण:

• प्रदर्शनियाँ: छात्रों को सीएसआईआर और केंद्रीय औषधि अनुसंधान संस्थान की अभूतपूर्व उपलब्धियों को प्रदर्शित करने वाली मनोरम प्रदर्शनियों को देखने का मौका मिला। ये प्रदर्शनियाँ संस्थानों द्वारा विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में किए गए महत्वपूर्ण योगदान पर प्रकाश डालती हैं।

• प्रयोगशालाओं का भ्रमण: प्रतिभागियों को अत्याधुनिक प्रयोगशालाओं के निर्देशित दौरे का अवसर मिला, जहां उन्होंने अत्याधुनिक अनुसंधान को होते हुए देखा। इस दौरे के माध्यम से उन्हें सीएसआईआर-सीडीआरआई में किए जा रहे वैज्ञानिक कार्यों की एक झलक मिली।

• वैज्ञानिकों के साथ बातचीत: छात्रों को सीएसआईआर-सीडीआरआई के प्रतिष्ठित वैज्ञानिकों के साथ पारस्परिक चर्चा में शामिल होने का अनूठा अवसर मिला। इन इंटरेक्शन्स से एक वैज्ञानिक के जीवन और उसके द्वारा सपदित की जा रही परियोजनाओं के बारे में भी जानकारी प्राप्त करने का अवसर मिला।

• व्यावहारिक प्रयोग: इस कार्यक्रम में व्यावहारिक प्रयोग भी शामिल थे, जिससे छात्रों को मज़ेदार और इंटरैक्टिव तरीके से वैज्ञानिक अवधारणाओं का पता लगाने की अनुमति मिली।

• विज्ञान मॉडल प्रतियोगिता: महत्वाकांक्षी युवा वैज्ञानिकों ने एक विज्ञान मॉडल प्रतियोगिता में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया, जहां उन्होंने नवीन परियोजनाएं और विचार प्रस्तुत किए।

इस आयोजन की विजेता टीम लखनऊ पब्लिक स्कूल (एलपीएस) अहियारायपुर, रायबरेली के सूर्यांश, श्रुति सिंह और प्रज्ञा सिंह थीं, दूसरे पुरस्कार के लिए केंद्रीय विद्यालय आरडीएसओ, लखनऊ की अद्याशा पटेल और तीसरे पुरस्कार के विजेता आर्मी पब्लिक स्कूल एलबीएस मार्ग लखनऊ के शुभंकर त्रिपाठी थे।

• प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता: एक उत्साहवर्धक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में छात्रों के ज्ञान और त्वरित सोच का परीक्षण किया गया, जिसमें रोमांचक पुरस्कार भी शामिल थे।

  • इस आयोजन के विजेता एलपीएस अहियारायपुर, रायबरेली से उत्कर्ष वर्मा और वर्साव राज थे और दूसरे विजेता एलपीएस, सेक्टर डी से अर्नव सिंह और आकाश सिंह यादव थे और तीसरे विजेता एलपीएस साउथ सिटी लखनऊ से कार्तिक बुद्धिराजा और निधि तिवारी थे।

• वाद-विवाद प्रतियोगिता: आज एक वाद-विवाद प्रतियोगिता भी आयोजित की गई, जिसमें पहले विषय, “आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस भविष्य में फायदे से ज्यादा नुकसान करेगा” के लिए प्रथम पुरुस्कार विजेता, दिव्यांशु दीक्षित, एलपीएस साउथ सिटी ने पक्ष में एवं एलपीएस जानकीपुरम से आयशा अमीन ने इसके विपक्ष में अपने विचार रखे।

  • द्वितीय विषय “अंतरिक्ष अन्वेषण में निवेश एवं प्रयास उचित हैं” के विजेता आर्मी पब्लिक स्कूल एलबीएस मार्ग लखनऊ से प्रांजलि यादव पक्ष में एवं लखनऊ पब्लिक स्कूल (एलपीएस) अहियारायपुर, रायबरेली की विनी सोनकर विपक्ष में विजेता रहीं।

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