पेरिस ओलंपिक में भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने स्पेन को 2 -1 से हराते हुए कांस्य पदक जीता। यह पेरिस ओलंपिक में भारत का चौथा पदक है। भारत से कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने 2 गोल दागे, स्पेन से मार्क मिरालेस ने इकलौता गोल किया।
A feat that will be cherished for generations to come!
The Indian Hockey team shines bright at the Olympics, bringing home the Bronze Medal! This is even more special because it is their second consecutive Medal at the Olympics.
Their success is a triumph of skill,…
— Narendra Modi (@narendramodi) August 8, 2024
मैच की शुरुआत से ही भारत ने लगातार आक्रमण किए। छठे मिनट में सुखजीत सिंह मैदानी गोल करने से चूक गए। पहले क्वार्टर में दोनों टीमें गोल करने में असफल रही।
दूसरा क्वार्टर के दौरान मैच के 18वें मिनट में मार्क मिरालेस ने पेनल्टी स्ट्रोक पर गोल किया। दूसरे क्वार्टर के अंतिम पलों में भारत को पेनल्टी कॉर्नर मिला, जिस पर भारतीय कप्तान हरमनप्रीत ने गोल कर दिया।
मैच के तीसरे क्वार्टर में भारत का दबदबा देखने को मिला। भारत ने कुछ मैदानी गोल करने के असफल प्रयास किए। मैच के 33वें मिनट में हरमनप्रीत ने पेनल्टी कार्नर पर जोरदार गोल किया और भारत को 2-1 से बढ़त दिला दी।
मैच के चौथे और आखिरी क्वार्टर में स्पेन की टीम ने लगातार आक्रामण। भारतीय गोलकीपर पीआर श्रीजेश और डिफेन्स ने शानदार बचाव किया और मैच में कोई गोल नहीं होने दिया।
जय हो!
पेरिस ओलंपिक-2024 की हॉकी प्रतिस्पर्धा में कांस्य पदक जीतने की हार्दिक बधाई टीम इंडिया!
आप हमारे चैंपियन हैं। भारत को आप पर गर्व है। @TheHockeyIndia
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) August 8, 2024
यह भारत ने 52 साल बाद ओलंपिक में लगातार दूसरी बार पदक जीता। इससे पहले भारतीय टीम ने 1968 और 1972 में कांस्य पदक जीते थे।
ओलंपिक के इतिहास में भारत की हॉकी टीम ने यह कुल 13वां पदक जीतने में सफलता हासिल की। वैसे हॉकी के इतिहास में भारत ने ओलंपिक में सर्वाधिक 8 स्वर्ण पदक जीते हैं।
वैसे ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीम का यह चौथा कांस्य है। भारत ने 1 रजत भी जीता है। 1928 के एम्स्टर्डम ओलंपिक से भारतीय हॉकी टीम के सनसनीखेज प्रदर्शन की शुरुआत हुई थी।
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उस संस्करण में मेजर ध्यान चंद के नेतृत्व में भारत ने 29 गोल किए और एक भी गोल नहीं खाया था। भारतीय हॉकी टीम ने 52 साल बाद लगातार दूसरे ओलंपिक में पदक जीतने में सफलता हासिल की है। इससे पहले भारतीय टीम ने 1968 और 1972 में कांस्य पदक जीते थे।
इससे पूर्व पूल- बी में मौजूद भारतीय टीम ने अपने 5 में से 3 मैच जीते और 1 में हार मिली थी। भारत ने 10 अंको के साथ दूसरे स्थान पर रहते हुए क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई थी। इसके बाद क्वार्टर-फाइनल में ग्रेट ब्रिटेन को हराने के बाद सेमीफाइनल में भारत जर्मनी से हार गया था।
वहीं पूल- बी के आखिरी मुकाबले में भारतीय टीम ने इतिहास रचा था। उन्होंने साल 1972 के बाद पहली बार ऑस्ट्रेलिया को ओलंपिक में 3-2 से हराया था।