मुंबई : पिछले सीजन में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद, गुजरात जायंट्स प्रो कबड्डी लीग (PKL) सीजन 12 में नई शुरुआत करने और अपनी पहली ट्रॉफी जीतने की उम्मीद के साथ उतरेंगे। नए सीजन से पहले, दो बार PKL फाइनलिस्ट रह चुकी गुजरात टीम ने जयवीर शर्मा को नया मुख्य कोच नियुक्त किया है।
इसके साथ ही, टीम ने वरिंदर सिंह संधू को सहायक कोच बनाया है। 30 साल से अधिक अनुभव रखने वाले जयवीर शर्मा को भारतीय कबड्डी सर्किट में सबसे सम्मानित हस्तियों में से एक माना जाता है। उनके नेतृत्व में भारतीय टीम ने एशियाई खेलों, कबड्डी वर्ल्ड कप और कबड्डी चैंपियनशिप जैसे बड़े आयोजनों में स्वर्ण पदक जीते हैं।
जानिए गुजरात जायंट्स की ताकत, कमजोरियां, अवसर और खतरे
इस अनुभवी कोच ने 1992 से भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) के साथ काम किया है और कई कबड्डी सितारों को विकसित करने में अहम भूमिका निभाई है। जयवीर ने पूर्व कोच राम मेहर सिंह की जगह ली है, जिन्हें पिछले सीजन में 12 टीमों की लीग में 22 मैचों से सिर्फ 38 अंक लेकर 11वें स्थान पर रहने के बाद टीम से रिलीज कर दिया गया था।
नए कोच के नेतृत्व में, जायंट्स नीलामी में सबसे सक्रिय टीमों में से एक रही और उन्होंने सीजन 12 की नीलामी में 13 नए खिलाड़ियों को टीम में शामिल किया। उन्होंने ₹4.967 करोड़ खर्च कर एक मजबूत टीम तैयार की है जो इस बार खिताब की प्रबल दावेदार होगी।
ताकतें :
सीजन 12 में गुजरात जायंट्स की सबसे बड़ी ताकत ईरानी ऑलराउंडर मोहम्मदरेज़ा शाडलूई की टीम में मौजूदगी होगी। जायंट्स ने सीजन 12 की नीलामी में पिछले सीजन के मोस्ट वैल्यूएबल प्लेयर (MVP) को ₹2.23 करोड़ की भारी रकम में खरीदा।
उन्होंने पिछले सीजन में हरियाणा स्टीलर्स को पहली बार खिताब जिताने में अहम भूमिका निभाई थी, जहाँ उन्होंने 82 टैकल और 57 रेड अंक हासिल किए थे। इससे पहले भी शाडलूई ने पुणेरी पलटन को सीजन 10 में चैंपियन बनाने में मदद की थी, जहाँ उन्होंने 99 टैकल और 27 रेड अंक अर्जित किए थे।
इसके अलावा, गुजरात की रेडिंग यूनिट भी बेहद मजबूत है। नीलामी से पहले टीम ने रेडर्स राकेश सुंगरया, प्रतीक दहिया, हिमांशु सिंह, हिमांशु को बरकरार रखा और न्यू यंग प्लेयर्स कैटेगरी से श्रीधर आनंद कदम को टीम में शामिल किया।
टीम ने अनुभवी रेडर अजित वी कुमार को ₹36.30 लाख में खरीदा और युवा रेडर्स के. हरीश और अंकित को ₹9 लाख प्रत्येक में शामिल किया।
कमजोरियां :
सीजन 12 में गुजरात का डिफेंस सबसे बड़ी चिंता का विषय हो सकता है। टीम में एकमात्र अनुभवी डिफेंडर शाडलूई ही हैं, जिन पर डिफेंस को लीड करने की जिम्मेदारी होगी।
शाडलूई के अलावा शुभम कुमार, रोहित कुमार, नितिन पंवार, मिलाद जब्बारी, लकी शर्मा, अमित और सुमित को भी बेहतर प्रदर्शन करना होगा ताकि टीम अपनी पहली ट्रॉफी जीत सके।
अवसर :
पिछले सीजन में 15 मैचों में केवल 66 रेड अंक लेने के बावजूद, टीम ने अपने स्टार रेडर प्रतीक दहिया पर भरोसा जताते हुए उन्हें रिटेन किया है। सीजन 12 उनके लिए खुद को साबित करने और टीम को खिताबी जीत दिलाने का बड़ा मौका होगा। इसी तरह अनुभवी रेडर राकेश सुंगरया को भी लगातार बेहतर प्रदर्शन करने का अवसर मिलेगा।
उन्होंने सीजन 8 से अब तक 80 मैचों में 461 रेड अंक अर्जित किए हैं, जबकि प्रतीक ने 54 मैचों में 374 अंक बनाए हैं। नए शामिल हुए अजित वी कुमार से भी टीम को उम्मीदें होंगी, जिन्होंने अब तक 90 मैचों में 494 रेड अंक बटोरे हैं। इसके अलावा, टीम में कई युवा खिलाड़ी हैं जो इस सीजन खुद को साबित करना चाहेंगे।
खतरे :
सीजन की शुरुआत से पहले टीम में कोचिंग स्टाफ सहित कई रणनीतिक बदलाव किए गए हैं। मुख्य कोच जयवीर शर्मा और सहायक कोच वरिंदर सिंह संधू PKL में पहली बार कोचिंग करते नजर आएंगे। देखना दिलचस्प होगा कि नई कोचिंग के तहत टीम कैसा प्रदर्शन करती है।
साथ ही, टीम ने नीलामी में 13 नए खिलाड़ियों को शामिल किया है, जिससे टीम में समन्वय बैठने में समय लग सकता है। यदि गुजरात जायंट्स को इस बार खिताब जीतना है, तो अनुभवी रेडर्स जैसे राकेश सुंगरया, प्रतीक दहिया और अजित वी कुमार को पूरे सीजन भर शानदार प्रदर्शन करना होगा।
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