लखनऊ: ऑल इंडिया मोहम्मदी मिशन, ए.एम.यू. ओल्ड ब्वायज़ एसोसिएशन (अमूबा) लखनऊ और इंडियन राहत फ़ाउन्डेशन ट्रस्ट द्वारा संयुक्त रूप से निःशुल्क मेगा मेडिकल शिविर का आयोजन सदर कैंट में मुफ़्ती अबुल इरफ़ान मियां फ़िरंगी महली के संरक्षण एवं सैय्यद इक़बाल हाशमी अध्यक्ष ऑल इंडिया मुहम्मदी मिशन की अध्यक्षता में किया गया।
सदर कैंट में निःशुल्क मेगा मेडिकल शिविर का सफ़ल आयोजन
आज़ाद मोहाल निकट जामा मस्जिद सदर कैन्ट में आयोजित कैंप का उद्घाटन शहर काजी मुफ्ती इरफान मियां फिरंगी महली, समाजसेवी इमरान खान, समाज सेविका सैला हक ने फीता काटकर कर किया।
विशेष रूप से डॉक्टर उबैदुर रहमान, डॉ प्रभात श्रीवास्तव, डॉ संजना देवी, डॉ दीपक सिंह, डॉ अमित कुमार मौर्य, डॉ विनीत मिश्रा, डॉ आशीष शर्मा, डॉ लव कुश, पवन कुमार, डॉ अनामिका भारती समेत अन्य स्टाफ मौजूद रहा।
कैम्प में मुख्य रूप से मैक्स हॉस्पिटल द्वारा निःशुल्क इलाज सेवाएं प्रदान की गईं। अमूबा की तरफ से दवाओं की फ़्री व्यवस्था की भी गयी. इस शिविर में रक्तचाप और मधुमेह की निःशुल्क जांच भी की गई, महिलाओं के लिए विशेष रूप से महिला डॉक्टर के साथ साथ पर्दे की उचित व्यवस्था भी की गई थी। शिविर में लगभग 500 मरीजों का इलाज किया गया तथा नि:शुल्क दवाओं का वितरण किया गया।
इंतज़ामिया कमेटी के अध्यक्ष इमरान खान ने सभी अतिथियों का गुलदस्ता भेंट कर स्वागत किया तथा सफ़ल शिविर के लिए के मैक्स हॉस्पिटल के पदाधिकारियों एवं कैम्प में मौजूद डॉक्टर्स का आभार व्यक्त करते हुए उनको शुभकामनाएं दीं।
इस मौके पर मुफ़्ती अबुल इरफ़ान मियां फ़िरंगी महली ने कहा कि अपने जिस्म की हिफाज़त करना भी इस्लामी फ़राइज़ में से एक है। सेहत अच्छी रहेगी तो इबादत में कोई कमी नहीं रहेगी। हदीस में कहा गया है कि एक मज़बूत इंसान कमज़ोर इंसान से बेहतर है। इसलिए हमें अपने स्वास्थ्य पर पूरा ध्यान देना चाहिए।
सैयद इक़बाल हाशमी, राष्ट्रीय अध्यक्ष ऑल इण्डिया मोहम्मदी मिशन ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि ऑल इण्डिया मोहम्मदी मिशन ज़रूरतमंदों को उनकी ज़रूरतों के लेहाज़ से उनके इलाक़ों में पहुंचकर उनकी परेशानियों को दूर करने की कोशिश में लगा हुआ है जिसमें ख़ासतौर से मेडिकल कैंप, वज़ीफ़ा और तालीम के ताल्लुक से खुसूसी काम किया जा रहा है।
इस काम में दूसरी तंजीमों का भी सहयोग मिल रहा है जिसके लिए बहुत शुक्रगुजार हैं। शहला हक़ सेक्रेटरी अमूबा लखनऊ ने कहा हमारा मक़सद सर सैय्यद के पैग़ाम को आम करना है जिससे आने वाली पीढ़ी तालीम की एहमियत को समझे और तवज्जो दे। बच्चों के साथ उनके वालदेन को भी बच्चों की तालीम और तरबियत पर ख़ास ध्यान देना चाहिए।
इंसान की एहमियत तभी है जब तालीम याफ़्ता होगा तभी वह अपनी इज़्ज़त और एहमियत समझेगा और दूसरों को भी समझा सकेगा।
उन्होंने यह भी कहा कि एसोसिएशन बिना किसी भेदभाव के समाज के कमज़ोर वर्ग के उत्थान के लिए विभिन्न क्षेत्रों में अपनी सेवाएं दे रही है, जिसमें महिलाओं को विशेष रूप से रोज़गार और शिक्षा प्रदान की जाती है और उनको आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास कर रही है ताकि महिलाएं स्वयं समाज की तरक्की में विशेष योगदान दे सकें विशेषकर अपने घरों के साथ-साथ अपने बच्चों की शिक्षा और विकास में। आने वाली पीढ़ियां हमारे देश के विकास में अहम भूमिका निभाएंगी।
शिविर के सफ़ल आयोजन में मौलाना अफ़्फ़ान अतीक़ फ़िरंगी महली, एडवोकेट ज़ीशान खान, जुनैद अहमद, एडवोकेट फ़ैज़ान फिरंगी महली, नजीब बैग, अमन खान, कुलदीप, सौरभ, मनीष, मो. ताहिर फैसल, शाहनवाज आदि की विशेष भूमिका रही।