लखनऊ. शुक्रवार को उत्तरप्रदेश हिंदी संस्थान द्वारा घोषित वर्ष 2021 के सम्मान उत्तरप्रदेश हिंदी संस्थान के सभागार में आरपी सिंह (निदेशक, उत्तरप्रदेश हिंदी संस्थान, वरिष्ठ साहित्यकार), वैज्ञानिक साहित्य भूषण डॉ.राम कठिन सिंह तथा वरिष्ठ साहित्यकार, पूर्व प्रशासनिक अधिकारी डॉ.सुधाकर अदीब की उपस्थिति में एक समारोह में दिए गए.
पुस्तक ‘पुनः युधिष्ठिर छला गया है’ के लिए मिला सम्मान
लखनऊ के इटौंजा क्षेत्र के करौंदी गाँव के निवासी युवा साहित्यकार राहुल द्विवेदी ‘स्मित’ को उनकी पुस्तक ‘पुनः युधिष्ठिर छला गया है’ के लिए हरिवंशराय बच्चन युवा गीतकार सम्मान से सम्मानित किया गया। पुनः युधिष्ठिर छला गया है एक गीत संग्रह है,
जिसमें मानवीय सम्वेदनाओं के साथ-साथ विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर आधारित साठ गीतों का संकलन है। यह पुस्तक राहुल जी की प्रथम पुस्तक है। अपनी पहली ही पुस्तक पर ही इतना बड़ा सम्मान पाकर राहुल जी काफी उत्साहित दिखे। उन्होंने कहा कि “यह सम्मान मात्र सम्मान नहीं है
बल्कि यह उन जिम्मेदारियों की गठरी है जो देश और समाज ने उन्हें प्रदान की है। इस सम्मान के साथ ही बेहतर लिखने और समाज को दिशा देने की जो जिम्मेदारी उन्हें मिली है वे उसे अपनी पूरी निष्ठा के साथ निभायेंगे।” राहुल जी पेशे से एक शिक्षक होने के साथ-साथ आकाशवाणी लखनऊ में उद्घोषक भी हैं।
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राहुल का साहित्यिक सफर काफी लम्बा रहा है। उन्हें काव्य की विविध विधाओं जैसे- गीत, नवगीत, ग़ज़ल, मुक्तक, छंद आदि की अच्छी समझ है। उनकी लेखनी काव्य की लगभग सभी विधाओं में चली है।
राहुल ने बताया कि उनके इस गीत संग्रह पुनः युधिष्ठिर छला गया है के द्वितीय संस्करण के प्रकाशन का कार्य भी काफी हद तक पूरा हो चुका है, यह पुस्तक जल्द ही लगभग सभी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स पर उपलब्ध होगी।
राहुल की इस उपलब्धि पर उनके परिवार, गाँव, समाज के लोगों के साथ-साथ पूरे देश के शिक्षा, साहित्य और रेडियो से जुड़े हुए लोगों ने उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएँ दी हैं।
राहुल ने इस उपलब्धि का श्रेय अपने परिवार, गुरुजनों के साथ-साथ गोण्डा के प्रसिद्ध गीतकार धीरज श्रीवास्तव, लखनऊ के सुनील त्रिपाठी, सुल्तानपुर के नवगीतकार अवनीश त्रिपाठी तथा बिजनोर के प्रसिद्ध छन्दकार मनोज मानव को दिया है।