लखनऊ। शंख्-मंत्रोच्चार की मधुर ध्वनियों के बीच गणपति गजानन स्तुति से पूरा वातावरण गूंज उठा। बुधवार को आलमबाग राम नगर में चल रहे ‘14वें राम नगर का राजा गणेशोत्सव’ में श्रद्धालुओं की भीड़ जुटी। पुरोहित पं विमल तिवारी के सानिध्य में हुए पूजन अनुष्ठान में श्रद्धालुओं ने हवन पूजन किया।
गणेशोत्सव में अयोध्या के राम स्वरूप में ढली गजानन की प्रतिमा बनी आकर्षण
भगवान श्री गणेश को दूर्वा आर्पित की, महामोदक का भोग लगाकर आरती की। गणेशोत्सव के संस्थापक एडवोकेट अंकित विश्वकर्मा ने बताया कि वर्ष 2011 में गणेश पूजन का आरंभ हुआ।
पूजन का आरंभ रामनगर मोहल्ले के युवा सामाजिक राजनैतिक कार्यकर्ता स्वर्गीय राजीव शुक्ल ‘रज्जू भइया’ के अथक प्रयासों से हुआ। गणेशोत्सव महोत्सव मंडल में उत्सव संयोजक योगेंद्र कश्यप, अमित विश्वकर्मा, नितिन मिश्रा, रवि कुमार, पंकज मालवीय, कृष्णा कश्यप, अवतार सिंह सहित अन्य वरिष्ठ नागरिक शामिल हैं।
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गणेशोत्सव संयोजक अमित विश्वकर्मा ने बताया कि इस बार गणेशोत्सव में भगवान गणेश की प्रतिमा अयोध्या के रामलला के स्वरुप में स्थापित की गई है।
साथ में रिद्धि-सिद्धि व गणेश जी के बाल स्वरुप की प्रतिमाएं आकर्षण का केंद्र बनी हैं। योगेंद्र कश्यप ने बताया कि 12 सितंबर को रात आठ बजे भव्य महाआरती, 13 सितंबर को भंडारा होगा। कामरुप कमख्या धाम के महाभैरवाचारी साधक भैरव गौरव मां भुइयन देवी की रात आठ बजे महाआरती करेंगे।