यूपी का सफर अंत की ओर बढ़ चुका है। अब तक के चार मैचों में जैसा प्रदर्शन रहा है उसके बाद टीम मैनेजमेंट को यह स्वीकार करने में कोई हिचक नहीं होनी चाहिए कि यूपी के लिए 18 साल से रणजी ट्रॉफी को घर लाने का इंतजार और लम्बा होने जा रहा है।
यूपी टीम कमजोर प्रतिद्वंद्वियों के सामने खड़ी नहीं हो पा रही है। बल्लेबाजी हो या गेंदबाजी दोनों ही क्षेत्र में अब तक यूपी का प्रदर्शन प्लेट ग्रुप की किसी कमजोर टीम की तरह ही रहा है।
कप्तान सचिन बेबी और सलमान निजर की शानदार पारियों ने केरल को उत्तर प्रदेश के खिलाफ रणजी ट्रॉफी मुकाबले के दूसरे दिन ही ड्राइविंग सीट पर बैठा दिया है।
तिरुअनंतपुरम के सेंट जेवियर कॉलेज ग्राउंड में चल रहे मुकाबले में केरल ने यूपी की पहली पारी के 162 रनों के जवाब में दूसरे दिन स्टंप्स तक सात विकेट पर 340 रन बना डाले। इस तरह मेजबानों ने 178 रनों की बड़ी लीड लेकर अपने तीन अंक तो पक्के कर ही लिए साथ ही यूपी को अंतिम दो दिन हार टालने के संघर्ष में झोंक दिया।
केरल के लिए कप्तान सचिन बेबी ने रणजी सत्र का दूसरा अर्द्धशतक लगाया। कप्तान ने नौ चौकों से सजी 84 रनों की बेहतरीन पारी खेली। सलमान भी शानदार फॉर्म में नजर आ रहे हैं। उन्होंने दो छक्कों और आठ चौकों से 74 रन बनाकर एक छोर अब भी संभाल रखा है।
बंगाल के खिलाफ पिछले मैच में वह 95 रनों पर नाबाद रहे थे। इस बार भी वह उसी अंदाज में बल्लेबाजी कर रहे हैं, इसलिए शतक पूरा करने से नहीं चूकना चाहेंगे।
प्वाइंट टेबल पर दूसरे नम्बर पर मौजूद केरल की टीम मौजूदा रणजी सत्र में लगातार अपनी स्थिति मजबूत करती जा रही है। पंजाब पर सीधी जीत दर्ज कर चुकी मेजबान टीम यूपी को अपना अगला शिकार बनाने का प्रयास करेगी।
दूसरी ओर यूपी के लिए नॉक आउट दौर में पहुंचने की गली और संकरी हो चुकी है। केरल ने सुबह दो विकेट पर 82 रनों से आगे खेलना शुरू किया था। बाबा अपराजित (32), आदित्य सरवटे (14), अक्षय चन्द्रन (24) और जलज सक्सेना (35) गुरुवार को अपनी पारियों को बड़ा आकार नहीं दे सके।
गनीमत रही कि पीयूष चावला ने अंतिम ओवरों के खेल में जलज सक्सेना (35) के रूप में बड़ी मछली को फंसा लिया अन्यथा सलमान निजर और जलज के बीच पनप रही साझेदारी तीसरे दिन यूपी के लिए बड़ा सिरदर्द साबित हो सकती थी।
चावला ने जलज को विकेट के सामने पकड़वा कर इस खतरे को खत्म कर दिया। मोहम्मद अजहरुद्दीन 11 रन बनाकर सलमान निजर के साथ क्रीज पर थे। यूपी के लिए शिवम मावी और शिवम शर्मा ने दो-दो विकेट झटके, जबकि आकिब खान, सौरभ कुमार और पीयूष चावला के हिस्से एक-एक सफलता ही आई।
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चार साल के लम्बे गैप के बाद क्रिकेट के रेड बॉल संस्करण में लौटने वाले पीयूष फिलहाल गेंद के साथ संघर्ष करते दिख रहे हैं। कप्तान आर्यन जुयाल का खुद भी उन पर भरोसा कम दिखा। उनको दूसरे दिन काफी देर बाद गेंदबाजी के लिए लाया गया।
इसके बाद भी पीयूष से दिन भर में दो छोटे-छोटे स्पेल में सिर्फ 13 ओवर गेंदबाजी ही करवाई गई। कप्तान ने अनुभवी चावला की बजाय सौरभ कुमार व शिवम शर्मा पर ज्यादा विश्वास दिखाया। जब टीम मैनेजमेंट किसी अनुभवी गेंदबाज को इमरजेंसी में कॉल करता है तो कप्तान को उस पर भरोसा दिखाना जरूरी हो जाता है।
पीयूष चावला के मामले में ऐसा दिखा नहीं। चावला को रेड बॉल पर उंगलियों को एडजस्ट करने के लिए कम से कम एक लम्बे स्पेल की जरूरत थी। ऑफ कलर सौरभ कुमार यूपी टीम के लिए अब तक इस सीजन में कोई कमाल नहीं कर सके हैं। केरल के खिलाफ भी वे अब तक 26 ओवरों में 61 रन देकर सिर्फ एक विकेट ही ले पाए हैं।