लखनऊ। आजादी का अमृत महोत्सव के विभिन्न पहलुओं के बीच, हम एक राष्ट्र के रूप में अपने गौरवशाली इतिहास, संस्कृति और उपलब्धियों को याद करते हुए आजादी का 75वां साल मना रहे हैं।
इस पवित्र अवसर पर यह हमारा कर्तव्य है कि हम उन लोगों को याद करें जिन्होंने हमारे गौरवशाली राष्ट्र की सुरक्षा, क्षेत्रीय अखंडता और सुरक्षा को बनाये रखने के लिए बलिदान दिया है। यह बात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सूर्या कमान कमान के युद्ध स्मारक पर शनिवार को समारोह के मौके पर कही।
मुख्यमंत्री ने 16 वीरता पुरस्कार विजेताओं और वीर नारियों को किया सम्मानित
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सूर्या कमान के युद्ध स्मारक स्मृतिका पर पुष्पांजलि अर्पित कर भारतीय सेना के सैनिकों के अदम्य साहस और सर्वोच्च बलिदान को नमन किया।
मुख्यमंत्री ने स्मृतिका की पवित्र दीवार पर भी पुष्पांजलि अर्पित की, जिस पर हमारे शहीद हुए वीरों के नाम हैं, जिन्होंने हमारे राष्ट्र के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया। इसके बाद मुख्यमंत्री ने लखनऊ छावनी स्थित सूर्या प्रेक्षागृह में आयोजित एक भव्य सम्मान समारोह में 16 वीरता पुरस्कार विजेताओं और वीर नारियों को सम्मानित किया।
इस अवसर पर बोलते हुए मुख्यमंत्री ने भारतीय सशस्त्र बलों और उनके परिवारों के सैनिकों की बहादुरी को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे देश आजादी के 75 साल के करीब पहुंच रहा है, हर नागरिक देशभक्ति के जोश और राष्ट्रवाद की भावना से प्रेरित है।
युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित कर अदम्य साहस और सर्वोच्च बलिदान को किया नमन
उन्होंने कहा कि राष्ट्र के प्रति हमारे सैनिकों की प्रतिबद्धता हमारे बहादुर स्वतंत्रता सेनानियों की भावना के समान है जिन्होंने भारत की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव के हिस्से के रूप में पूरे देश में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं।
जैसे हर घर तिरंगा अभियान, रैलियां और देशभक्ति के गीतों की प्रस्तुति जो सभी वर्गों को इस अमृत महोत्सव से जोड़ रही है। उन्होंने कहा कि हमारे देश की आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में आजादी का अमृत महोत्सव से जुड़कर हर भारतीय गौरवांवित महसूस कर रहा है।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमारे वीर सैनिकों ने न केवल हमारे देश की संप्रभुता और अखंडता की रक्षा की है, बल्कि वे विश्व शांति की रक्षा के लिए भी तैयार हैं। मुख्यमंत्री ने प्राकृतिक आपदाओं के दौरान सशस्त्र बलों के राहत कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि इस भूमिका ने सशस्त्र बलों के प्रति आम नागरिक में सम्मान पैदा हुआ है।
मुख्यमंत्री ने हमारे सैनिकों और पूर्व सैनिकों के प्रति राज्य प्रशासन की प्रतिबद्धता पर जोर देते हुए उनके कल्याण के लिए शुरू की गई विभिन्न पहलों की जानकारी दी।
जैसे कि राज्य में हमारे सशस्त्र बलों के पुरुषों और महिलाओं की सहायता के लिए एक रक्षा हेल्पलाइन, आजादी के अमृत महोत्सव के तहत हमारे सैनिकों और पूर्व सैनिकों का सम्मान करना, अपने प्राणों की आहुति देने वाले सशस्त्र बलों के जवानों के परिवारों के गृह जिलों में स्मारकों के निर्माण और सड़कों का नामकरण इत्यादि।
योगी आदित्यनाथ ने यूपी डिफेंस इंडस्ट्रियल कॉरिडोर सहित विभिन्न पहलों को भी गिनाया जो आत्मनिर्भर भारत को मजबूती दे रहे हैं। बाद में वीरता पुरस्कार विजेताओं, वीर नारियों और पूर्व सैनिकों के साथ बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने उनके बलिदान और राष्ट्र की सेवा के प्रति आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर बोलते हुएए लेफ्टिनेंट जनरल योगेंद्र डिमरी, जनरल ऑफिसर कमांडिंग, इन, चीफ सूर्या कमान ने हमारे सम्मानित पूर्व सैनिकों और वीर नारियों के कल्याण के लिए सेना की प्रतिबद्धता दोहरायी।
समारोह में उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव डीएस मिश्रा, सशस्त्र बलों और नागरिक प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी और सशस्त्र बलों के अधिकारियों, जवानों और पूर्व सैनिकों के परिवार भी मौजूद थे।