नई दिल्ली : सनम सेखों ने मोटरस्पोर्ट इतिहास में अपना नाम दर्ज कर लिया है, जब उन्होंने इस वर्ष 31 जुलाई को लद्दाख के उमलिंग ला पास (5,798 मीटर / 19,023 फीट) पर कार द्वारा सबसे ऊंचाई पर ड्रिफ्ट (Highest Altitude Drift by a Car) का नया गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया।
इस रोमांचक कारनामे ने इंसान और मशीन दोनों की सीमाओं को चुनौती दी, जब सेखों ने ऑक्सीजन की कमी, कड़क हवाओं, शून्य से नीचे तापमान और अनिश्चित सड़कों के बीच रिकॉर्ड तोड़ ड्रिफ्ट किया।
19,023 फीट की ऊंचाई पर बने इस रिकॉर्ड ने विश्व पटल पर भारतीय प्रतिभा को प्रदर्शित किया
इस उपलब्धि के पीछे था जेके टायर का लेविटस एक्सट्रीम (Levitas XTREME)—एक अत्याधुनिक, अल्ट्रा-हाई-परफॉर्मेंस टायर जो सटीकता, नियंत्रण और टिकाऊपन के लिए डिज़ाइन किया गया है।
भारत के “ड्रिफ्ट किंग”के रूप में प्रसिद्ध सनम सेखों ने भारतीय मोटरस्पोर्ट में लगातार प्रगति की है और सीमाओं को पार करने की अपनी अटूट इच्छा के लिए जाने जाते हैं। 2023 में आयोजित पहले जेके टायर ड्रिफ्ट चैलेंज के विजेता, सनम ने जुनून और दृढ़ता पर आधारित करियर बनाया है।
उमलिंग ला में उनकी सफलता यह याद दिलाती है कि ड्रिफ्टिंग केवल कौशल नहीं बल्कि सहनशक्ति और इंजीनियरिंग के परिपूर्ण तालमेल की कला है। इस रिकॉर्ड पर अपनी प्रतिक्रिया में सनम सेखों ने कहा, “मैं बेहद उत्साहित हूं कि मुझे यह रिकॉर्ड हासिल हुआ, लेकिन सच कहूं तो यह मेरी शानदार टीम के बिना संभव नहीं था।
हम जानते थे कि हमें किन चुनौतियों का सामना करना है, और हमने मानसिक और शारीरिक रूप से पूरी तैयारी की थी, लेकिन ऑक्सीजन स्तर और ऊंचाई ने हमें वाकई परखा।
वहां सिर्फ दौड़ना और काम संभालना भी मुश्किल था, और हमारे पास एम्बुलेंस भी स्टैंडबाय पर थीं। सब कुछ व्यवस्थित करना—20-21 सदस्यीय टीम, थाईलैंड से आए हमारे ट्यूनर, और निरंतर ईंधन की आपूर्ति सुनिश्चित करना—खुद में एक चुनौती थी।
टायर ने भी बड़ी भूमिका निभाई। उन टायरों ने उस कठिन सतह पर बेहतरीन ग्रिप दी, जिसने सारा फर्क पैदा किया। ड्रिफ्टिंग में टायर ही सब कुछ होते हैं—चाहे कार की पावर और सेटअप कितना भी अच्छा हो, सड़क से संपर्क तो टायर का ही होता है, और वही असली मायने रखता है।”
यह रिकॉर्ड जेके टायर के लेविटस एक्सट्रीम के जरिए संभव हुआ, जो कंपनी की प्रीमियम लेविटस श्रृंखला का हिस्सा है—यह श्रृंखला प्रदर्शन और नवाचार के प्रति जेके टायर की अग्रणी सोच को दर्शाती है।
जहां लेविटस अल्ट्रा (Levitas Ultra) लक्ज़री कारों के लिए उपयुक्त है, वहीं लेविटस एक्सट्रीम (Levitas XTREME) को अत्यधिक परिस्थितियों में उच्च प्रदर्शन के लिए तैयार किया गया है। इसके उन्नत कंपाउंड्स और सटीक ट्रेड डिज़ाइन बेहतरीन ग्रिप, नियंत्रण और मजबूती प्रदान करते हैं।
उमलिंग ला में इसका प्रदर्शन जेके टायर की तकनीकी विशेषज्ञता और अत्याधुनिक इंजीनियरिंग का प्रमाण है। इस अवसर पर डॉ. रघुपति सिंघानिया, चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक, जेके टायर एंड इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड ने कहा, “यह गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड न केवल भारतीय मोटरस्पोर्ट के लिए गर्व का क्षण है, बल्कि जेके टायर की नवाचार भावना का प्रतीक भी है।
सनम सेखों जैसे असाधारण ड्राइवरों का समर्थन करते हुए और हमारी तकनीक को पृथ्वी की सबसे कठिन परिस्थितियों में परखते हुए, हमने यह साबित किया है कि भारतीय प्रतिभा और इंजीनियरिंग विश्व मंच पर गर्व से खड़ी हो सकती है।
जेके टायर में हम सीमाओं को पुनः परिभाषित करने में विश्वास रखते हैं, और उमलिंग ला में हासिल यह उपलब्धि हमारे इसी दर्शन का सजीव उदाहरण है।” यह ऐतिहासिक उपलब्धि जेके टायर को मोटरस्पोर्ट इनोवेशन के अग्रणी के रूप में स्थापित करती है, साथ ही विश्व स्तर पर भारतीय ड्राइवरों की बढ़ती पहचान को भी प्रदर्शित करती है।
मानव साहस और इंजीनियरिंग कौशल के संगम से, सनम सेखों और जेके टायर ने न केवल उमलिंग ला को फतह किया है बल्कि मोटरस्पोर्ट की संभावनाओं की सीमाओं को भी नए सिरे से परिभाषित किया है।
नोट: 31 जुलाई 2025 को जब यह रिकॉर्ड बनाया गया था, तब उमलिंग ला पास 19,024 फीट की ऊंचाई पर विश्व की सबसे ऊंची मोटरेबल सड़क थी। हालांकि, 4 अक्टूबर 2025 को सीमा सड़क संगठन (BRO) ने एक और अधिक ऊंचाई पर नई सड़क के निर्माण की घोषणा की है, जिससे उमलिंग ला का यह रिकॉर्ड अब पीछे रह गया है।
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