अंतरिक्ष से भारत का मान बढ़ाकर लौटे शुभांशु शुक्ला ने मंगलवार को पृथ्वी पर सुरक्षित वापसी की। एक्सिओम-4 मिशन के तहत उन्होंने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर 18 दिनों तक रहकर वैज्ञानिक प्रयोगों और अंतरराष्ट्रीय सहयोग की दिशा में अहम योगदान दिया। उनके साथ तीन अन्य अंतरिक्ष यात्री भी थे।
22.5 घंटे की यात्रा के बाद सब अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर आ रहा स्पेसएक्स का ड्रैगन कैप्सूल अमेरिकी राज्य कैलिफोर्निया के सैन डिएगो तट पर सफलतापूर्वक उतर गया। उतरते ही शुक्ला की मुस्कुराती तस्वीरें सामने आईं, जो अब पूरे देश में गर्व और प्रेरणा का प्रतीक बन चुकी हैं।
अंतरिक्ष से लौटते समय शुभांशु शुक्ला ने कहा, ”आज का भारत महत्वाकांक्षी दिखता है… निडर दिखता है… आश्वस्त दिखता है। इन सभी कारणों से मैं एक बार फिर कह सकता हूं कि आज का भारत अब भी ‘सारे जहां से अच्छा’ दिखता है।”
उनके इन शब्दों ने पूरे देश का दिल छू लिया और राकेश शर्मा की यादें भी ताजा कर दीं, जिन्होंने 1984 में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए अंतरिक्ष में ‘सारे जहां से अच्छा’ कहा था।
ये भी पढ़ें : 41 साल बाद भारत की अंतरिक्ष में वापसी, शुभांशु शुक्ला ने बढ़ाया देश का मान
शुभांशु ने बताया, अंतरिक्ष से देखा गया भारत अब एक नया भारत है —“भारत की रौशनी रात के समय अद्भुत लगती है, जैसे कोई ऊर्जा से भरी आत्मा हो। हिमालय शांत और शाश्वत दिखता है, और नदियां जैसे धरती की नाड़ी हों।”
ड्रैगन यान से बाहर आते वक्त शुभांशु शुक्ला के चेहरे पर गर्व की मुस्कान थी। कैमरे में कैद इस ऐतिहासिक पल में उनके चेहरे की चमक ने साफ कर दिया कि उन्होंने न सिर्फ खुद का, बल्कि पूरे भारत का सिर ऊंचा किया है।
राकेश शर्मा के बाद, शुभांशु शुक्ला दूसरे भारतीय बने जिन्होंने किसी मानवयुक्त मिशन में सीधे हिस्सा लिया। यह भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए नई प्रेरणा का काम करेगा, खासतौर पर ऐसे समय में जब ISRO भी गगनयान जैसी बड़ी परियोजनाओं पर काम कर रहा है।
मिशन की प्रमुख बातें
- मिशन नाम – एक्सिओम-4
- अवधि – 18 दिन आईएसएस पर, 22.5 घंटे की वापसी यात्रा
- लैंडिंग स्थान – सैन डिएगो, कैलिफोर्निया
- टीम मेंबर – शुभांशु शुक्ला (भारत), पैगी व्हिटसन (कमांडर), पोलैंड व हंगरी के अन्य 2 यात्री
- वापसी के बाद – 10 दिनों का आइसोलेशन, मेडिकल जांच और डि-ब्रीफिंग