लखनऊ। लखनऊ को सोलर सिटी व सरोजनीनगर को मॉडल विधानसभा के रूप में विकसित करने के लिए सोलर के प्रयोग को लेकर लोगों के बीच निरंतर जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है।
सरोजनीनगर को सोलर विधानसभा बनाने के लिए तय हुई कार्ययोजना
भावी पीढ़ी के लिए स्वच्छ वातावरण और उनके सुरक्षित भविष्य को ध्यान में रखते हुए डॉ. राजेश्वर सिंह द्वारा सोलर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देने पर विशेष जोर दिया जा रहा है।
सोलर विधानसभा के रूप में विकसित होगा सरोजनीनगर
इसी क्रम में कानपुर रोड स्थित द पिकैडिली होटल में ‘सोलर स्टेक होल्डर कंसल्टेंट’ का आयोजन हुआ जिसमें यूपीनेडा का सहयोगी रहा। इस आयोजन में यूपीनेडा के वरिष्ठ अधिकारी तथा प्रमोटर्स ने सोलर सिटी प्रोजेक्ट पर प्रस्तुतीकरण करते हुए जानकारी प्रदान की।
सरोजनीनगर में हुआ ‘Solar Stakeholder Consultant’ का सफल आयोजन
इस दौरान जोडिएक एनर्जी द्वारा गुजरात में रूफटॉप सोलर की सफलता, एमिगो एनर्जी द्वारा ग्राहकों को सोलर द्वारा प्रदान किए जाने वाले आर्थिक व पर्यावरणीय मूल्यों तथा आरएमआई द्वारा लखनऊ सोलर सिटी और उपभोक्ता के लिए सोलर पैनल लगवाने के लक्ष्य को लेकर प्रेजेंटेशन दिया गया।
यूपीनेडा द्वारा सरोजनीनगर सहित लखनऊ के विभिन्न हिस्सों में नुक्कड़ नाटक और सूर्य रथ यात्रा जैसी जागरूकता गतिविधियां संचालित की जा रही हैं।
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एमवीवीएनएल के वरिष्ठ अधिकारियों ने सोलर ऊर्जा आधारित कार्यों सहित शहर में बिजली सेवा प्रावधान में सुधार पर की जा रही प्रगति को भी साझा किया। डॉ. राजेश्वर सिंह द्वारा क्षेत्र में सौर ऊर्जा के बारे में जागरूकता फैलाने के साथ-साथ नीति अवधि में विधानसभा क्षेत्र को सौर ऊर्जा से सुसज्जित करने के लक्ष्य निर्धारित किए जा रहे हैं।
नुक्कड़ नाटक के जरिए लोगों को बताया गया सौर ऊर्जा का महत्व
कार्यक्रम के दौरान इस संबंध में कई नीतियां बनीं। सरोजनीनगर का लक्ष्य नीति अवधि-2027 के अंत तक 100 मेगावाट सोलर एनर्जी की तैनाती हासिल करने का लक्ष्य निर्धारित हुआ, जो कि लखनऊ के सोलर सिटी बनने के लक्ष्य का पांचवां हिस्सा है।
सरोजनीनगर में सोलराइज करने के प्रयासों की निगरानी के लिए सौर टास्क फोर्स नियुक्त करने की योजना बनीं। इस टास्क फोर्स में एमवीवीएनएल, यूपीएनईडीए के सदस्य और सरोजनीनगर के प्रतिनिधि शामिल होंगे। प्रत्येक खंड कार्यालय में हेल्ड डेस्क की स्थापना की जाएगी।
डिस्कॉम उपभोक्ताओं के बिजली बिलों में सोलर एनर्जी से होने वाले लाभों के बारे में जानकारी दी जाएगी। भवन उपनियम का कार्यान्वयन जो 50 वर्ग मीटर से अधिक छत वाली किसी भी इमारत के लिए छत पर सोलर एनर्जी को अनिवार्य किया जाएगा।
‘सोलर स्टेक होल्डर कंसल्टेंट’ कार्यक्रम में मध्यांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (एमवीवीएनएल) के प्रबंध निदेशक भवानी सिंह खंगारौत मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्य अभियंता, एमवीवीएनएल रजत जुनेजा एवं पूर्व सांसद रीना चौधरी ने की। इस दौरान एमवीवीएनएल के जूनियर इंजीनियर और कार्यकारी इंजीनियरों के साथ-साथ सरोजनीनगर के वार्ड पार्षद भी मौजूद रहे।
सोलर एनर्जी को लेकर जागरूकता अभियान, नुक्कड़ नाटक का आयोजन
क्षेत्र में सोलर-विद्युत जनचेतना अभियान के अंतर्गत नुक्कड़-नाटक का आशियाना चौराहे पर आयोजन किया गया। इसके माध्यम से लोगों को रूफटॉप सोलर सिस्टम लगवाने की प्रक्रिया एवं इसके फायदे, सब्सिडी और बचत के बारे में बताया गया तथा पारंपरिक संसाधनों से होने वाले दुष्प्रभावों, ऊर्जा संरक्षण व सोलर एनर्जी के लाभ के प्रति जागरूक किया गया।
क्षेत्र की जनता को सोलर पैनल लगवाने के लिए इधर-उधर भटकना न पड़े इसके लिए विधायक द्वारा इस तरह के अभिनंदनीय आयोजन हेतु क्षेत्रीय जनता ने तारीफ की। इस दौरान व्यापारी नेता अनिल वरमानी व पार्षद प्रतिनिधि कमलेश सिंह समेत बड़ी संख्या में क्षेत्रवासी उपस्थित रहे।