कुछ जीत कर जाएंगे, कुछ सीख कर जाएंगे : अरुणिमा सिन्हा

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श्री जय नारायण मिश्र महाविद्यालय में आज वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता एथलेटिक मीट 2023 का शुभारंभ पर्वतारोही एवं स्पोर्ट्स वूमेन, पद्मश्री, अरुणिमा सिन्हा, के कर कमलो से दीप प्रज्वलन के साथ संपन्न हुआ।

इस अवसर पर उन्होंने युवा खिलाड़ियों एवं छात्र-छात्राओं से कहा कि, खेल हमारे लिए वरदान की तरह है और यह हम सबको कुछ न कुछ देता है।

आज यहां जितने भी खिलाड़ी प्रतिभाग करेंगे, उनमें से कुछ जीत कर जाएंगे, कुछ सीख कर जाएंगे। उन्होंने कहा कि, खेल हमें जवान बनाए रखता है। हम सभी को कुछ न कुछ खेलना जरूर चाहिए। खेल हमारे अंदर होता है।

खेल हमारे शरीर को ही नहीं जीवन को भी सुधार देता है। खेल से आत्मविश्वास पैदा होता है। उन्होंने छात्र-छात्राओं को प्रेरित किया तथा कहा कि आपका आज का समय एक स्वर्णिम अवसर है, जिसमें अपने अंदर की प्रतिभा को निखारिए।

उन्होंने कहा, लोग शुरू शुरू में आपके जुनून को लेकर हो सकता है, आपकी हंसी उड़ाए या आपको पागल भी कहें तो याद रखिए कि जिस पर जमाना हंसा है, उसी ने इतिहास रचा है। एक दुर्घटना में पैरों को खोने के बाद मेरे लक्ष्य को सुनकर लोग कहते थे कि, यह पागल है इससे पर्वतारोहण संभव ही नहीं है।

लेकिन मैंने माउंट एवरेस्ट की सबसे ऊंची चोटी को स्पर्श किया और मैंने साबित किया, क्योंकि मैं वहां पैरों से नहीं गई थी। मैं अपने जुनून, अपने दिल और दिमाग से गई थी। उन्होंने छात्र-छात्राओं को प्रेरित करते हुए कहा कि, जब मेरे जैसी लड़की पर्वत के सबसे ऊंचे शिखर को छू सकती तो आप क्यों नहीं।

उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद की एक बात उन्हें बहुत प्रेरणा देती है, उन्होंने कहा था कि हम अपने भाग्य के लेखक हैं।

इसलिए अवसर को नहीं गंवाते हुए अपने कर्म से अपने भाग्य को लिखने की कोशिश जरूर करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि दुर्घटना के बाद जब वह अस्पताल के बेड पर थी तो लोग कई तरह की बातें उनके बारे में करते थे।

और घायल अवस्था में वह किसी की बातों का जवाब देने की स्थिति में नहीं थी। लेकिन तब उन्होंने सोचा था कि, आज मेरा दिन नहीं है। मैं मौन रहकर सभी के प्रश्नों का जवाब रिजल्ट से दूंगी।

उन्होंने छात्र छात्राओं को संदेश दिया कि, जीवन में परेशानियों से कभी घबराइए मत। चुनौतियों के बिना जीवन में कोई आनंद नहीं है।

उन्होंने कहा कि, मेरा अगला लक्ष्य दक्षिणी ध्रुव पर जाना है और वहां पर अपने देश का तिरंगा फहराना है। आप सभी मेरे लिए दुआएं करिए। अरुणिमा सिन्हा के भाषण के दौरान छात्र-छात्राएं बहुत ही ज्यादा उत्साहित दिखे और अनेकों बार उनकी बातों पर तालियां बजाई। मुख्य अतिथि अरुणिमा सिन्हा ने प्रतिभाग कर रहे सभी छात्र-छात्राओं को अपनी शुभकामनाएं दी।

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एथलेटिक मीट के शुभारंभ के अवसर पर आयोजित समारोह की अध्यक्षता, वीरेंद्र नाथ मिश्र, अध्यक्ष, महाविद्यालय प्रबंध समिति ने की। उन्होंने कहा कि एक समय में महाविद्यालय ने अनेकों ओलंपियन खिलाड़ी दिए।

आज उनकी इच्छा है कि फिर से उनके महाविद्यालय से ऐसे जोशीले खिलाड़ी निकलें जो राष्ट्र और विश्व स्तर पर महाविद्यालय का नाम रोशन करें। महाविद्यालय प्राचार्य, प्रोफेसर विनोद चंद्रा ने मुख्य अतिथि का स्वागत स्मृति चिन्ह एवं पुष्प गुच्छ देकर किया।

उन्होंने छात्र-छात्राओं से कहा कि, पंक्चुअलिटी और प्रोफेशनल अप्रोच आपको अपने जीवन में सफल बनाती है। समारोह की संयोजिका, प्रो मधु गौड ने दो दिनों तक चलने वाले एथलेटिक मीट की रूपरेखा से सभी को अवगत कराया।

कार्यक्रम के समापन पश्चात डा अंशुमाली शर्मा, कार्यकारी अध्यक्ष, महाविद्यालय स्पोर्ट्स बोर्ड ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर स्पोर्ट्स बोर्ड के सभी सदस्य, अनेक शिक्षक तथा छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।

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