लखनऊ। प्रदेश के नगरीय निकायों में 08 अक्टूबर से 10 अक्टूबर तक तीन दिवसीय विशेष कैटिल कैचिंग अभियान चलाया जा रहा है।
प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात ने सभी निकायों को निर्देश देते हुए कहा कि अभियान के दौरान निराश्रित एवं बेसहारा गोवंशों को संवेदनशीलता से पकड़कर कान्हा गौशाला / गौ-आश्रय स्थलों में रखते हुए उनके भरण-पोषण एवं संरक्षण की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये।
10 अक्टूबर तक सभी निकायों में चलेगा विशेष अभियान
अभियान के पश्चात् यदि किसी भी निकाय में निराश्रित पशु विचरण करते नजर आये तो सम्बंधित अधिकारी पर कठोर कार्यवाही की जाएगी।
प्रमुख सचिव अमृत अभिजात ने प्रदेश के सभी नगर आयुक्त, अधिशासी अधिकारी (नगर पालिका परिषद / नगर पंचायत), स्वच्छ भारत मिशन (नगरीय) के समस्त मण्डल कार्यकम प्रबन्धक व जिला कार्यकम प्रबन्धकों को निर्देश जारी करते हुए कहा कि शासन व निदेशालय के संज्ञान में आया है, कि अभी भी बहुत से निकायों में सार्वजनिक स्थलों पर निराश्रित पशु विचरण करते हुये देखे जा रहे है।
खुले में विचरण करते दिखे निराश्रित पशु, तो होगी सख्त कार्यवाही : प्रमुख सचिव
साफ-सफाई, सड़क सुरक्षा व यातायात आदि के दृष्टिगत सभी निकायों में 08 अक्टूबर से 10 अक्टूबर तक विशेष अभियान चलाकर नगरीय क्षेत्रों में सार्वजनिक स्थलों / सड़कों पर विचरण करने वाले निराश्रित एवं बेसहारा गोवंशों को संवेदनशीलता से पकड़कर कान्हा गौशाला / गौ-आश्रय स्थलों में रखते हुए उनके भरण-पोषण एवं संरक्षण की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये।
साथ ही निकायों द्वारा प्रतिदिन अनिवार्य रूप से विशेष अभियान के दौरान संरक्षित निराश्रित पशु की संख्या का विवरण सूचना निदेशालय द्वारा जारी निर्धारित प्रारूप पर प्रतिदिन उपलब्ध करायी जाए।
ये भी पढ़ें : गंगा व अन्य नदी घाटों की सफाई सुनिश्चित कराए, सड़कों को अतिशीघ्र गड्ढा मुक्त करें
प्रमुख सचिव ने निकाय क्षेत्रों में दुर्गा पूजा के दृष्टिगत समस्त पंडालों व कार्यक्रम स्थलो / क्षेत्रों में साफ-सफाई, स्वच्छता, शुद्ध पेयजल आदि के दृष्टिगत स्वंय निरीक्षण कर समस्त अपेक्षित कार्यवाही समय से पूर्ण करने, विशेष अभियान के दौरान निराश्रित पशुओं को पकड़वाने विषयक सूचना को प्रोफार्मा एवं गूगल लिंक पर प्रत्येक घन्टे अपडेट करने व निरन्तर मॉनिटरिंग करने भी निर्देश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि अभियान के पश्चात् अगर किसी निकाय में निराश्रित व बेसहारा पशु विचरण करते पाए गए तो विभाग द्वारा सम्बंधित अधिकारी के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाएगी।