लखनऊ। पिछले विगत एक वर्ष में कतिपय जेल अधिकारियों/ कर्मचारियों की हृदयाघात से अकाल मृत्यु हुई और भविष्य में ऐसा न हो, इसे देखते हुए डीजी जेल आनन्द कुमार ने प्रदेश के सभी जेल अधीक्षकों को निर्देश दिया कि प्राथमिकता के आधार पर जेलों में विशेषज्ञ चिकित्सकों का शिविर लगवाकर जेल कर्मियों का स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाए।
जिला जेल रामपुर में लगेगा स्वास्थ्य प्रीएक्शन शिविर
इस आदेश के चलते जेलों में तत्काल प्रभाव से स्वास्थ्य परीक्षण शिविर लगाया जाना प्रारंभ हो चुका है। इसी के चलते जिला जेल रामपुर में सोमवार को स्वास्थ्य प्रीएक्शन शिविर लगाया गया। इसके अंतर्गत सभी जेल अधिकारियों / कर्मचारियों का ब्लड टेस्ट, यूरीन टेस्ट, ईसीजी आदि जांच की व्यस्था की गई।
जांच रिपोर्ट प्राप्त होने के उपरांत डॉक्टरों के पैनल की व्यस्था भी की गई है जिसमे कार्डियो, फिजीशियन, नेत्र रोग, ऑर्थो, डेंटल आदि विशेषज्ञ चिकित्सक उपस्थित होंगे एवम परामर्श तथा उपचार प्रदान करेंगे।
ये भी पढ़े : राष्ट्र के विकास की मुख्यधारा से जुड़ेंगे आत्मनिर्भर बंदीजन : डीजी जेल
इसके साथ कारागार की विशिष्ट प्रकार की 24 घण्टे की सख्त ड्यूटी के चलते अपने स्वास्थ्य का ध्यान न रख पाने
और नियमित रूप से परीक्षण न करा पाने के कारण जेलकर्मी अक्सर हृदय, लीवर, किडनी, फेफड़े, आंख जैसे अनमोल अंगों की बीमारी के शिकार हो जाते हैं और पता तब चलता है जब संक्रमण गम्भीर स्थिति में पहुंच चुका होता है।
वहीं लंबा और महंगा इलाज कराए जाने के बावज़ूद अक्सर जेलकर्मियों की मृत्यु हो जाती है। जेलकर्मियों द्वारा किया गया खर्च तो शासन से चिकित्सा प्रतिपूर्ति के रूप में उन्हें वापस मिल जाता है लेकिन उनकी मृत्यु परिजनों और विभाग के लिए अपूरणीय क्षति के रूप में सामने आती है।
जेल अधिकारियों कर्मचारियों ने विभाग हित में लिए गए इस मानवीय और कल्याणकारी निर्णय के लिए डीजी डीजी जेल आनन्द कुमार के प्रति हृदय से आभार व्यक्त किया है।