अरुणाचल प्रदेश के प्लेयर्स को स्टेपल वीजा देने का कड़ा विरोध

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@ianuragthakur ·

लखनऊ : भारत की वुशू टीम में अरुणाचल प्रदेश के खिलाड़ियों को स्टेपल वीजा देने के चीन के फैसले पर कड़ी आपत्ति दर्ज करते हुए केंद्रीय खेल एवं युवा कल्याण मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने बोला कि बाकी प्लेयर्स की तरह स्टांप लगा वीजा मिलने पर भारत पड़ोसी देश में खेलने जायेगा।

केडी सिंह बाबू स्टेडियम में आयोजित खेल खिलाड़ी उत्तर प्रदेश बालिका ओलंपिक के समापन के अवसर पर केंद्रीय खेल मंत्री ने बोला कि, ये नया भारत है जो अपनी शर्तों पर जीता है। अरुणाचल भारत का अभिन्न हिस्सा है।

चीन ने भारत की वूशू टीम में अरुणाचल के प्लेयर्स को स्टेपल वीजा दिया है। हमने भी कह दिया, जैसा बाक़ी प्लेयर्स को स्टाम्प लगा वीज़ा दिया है वैसा दो, वरना हमारे खिलाड़ी नहीं जाएँगे। देश की संप्रभुता से कोई भी समझौता हमें मंज़ूर नहीं है।

उन्होने बोला कि देश में अगले तीन महीने के भीतर खेलो इंडिया के एक हजार केंद्र खोले जाएंगे और इन केंद्रों पर राष्ट्रीय एथलीट खिलाड़ियों को नौकरी दी जाएगी। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने 2013 में खेलों का बजट जो कि 864 करोड़ रुपए था उसे तीन गुना बढ़ाकर 2400 करोड़ किया है।

खेलो इंडिया, यूथ गेम्स, यूनिवर्सिटी गेम्स और विंटर गेम्स प्रधानमंत्री की सोच है। खेलो इंडिया के बजट में 400 करोड़ रुपए की बढ़ोतरी हुई। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पीएम के नेतृत्व में महिलाओं की खेलों में प्रतिभागिता बढ़ी है।

मीराबाई चानू और पीवी सिंधु ने खेलों में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर देश की लड़कियों और महिलाओं को खेल के क्षेत्र में और अच्छा करने के लिए प्रेरित किया है।

उन्होंने कहा कि हमारी बेटियों ने टोक्यो और रियो ओलंपिक में देश को पदक दिलाकर गौरवांवित किया है। खेलो इंडिया व सांसद खेल टूर्नामेंट जैसे आयोजनों से खेल टूर्नामेंटों का सफल आयोजन कर खिलाड़ियों को प्रोत्साहन किया जा रहा है।

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उन्होने बोला कि खेलो इंडिया के माध्यम से देश की खेल प्रतिभाओं को निखारने का काम हो रहा है। यही कारण है कि अब हमारे देश के खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में तिरंगा फहरा रहे हैं। उत्तर प्रदेश में खेलों के विकास को लेकर जो सीएम योगी आदित्यनाथ की सरकार ने किया वह पहले कभी नहीं हुआ।

पिछले बार के यूथ गेम्स जो हरियाणा में हुए थे, उसमें 12 रिकॉर्ड टूटे थे। इस बार 12 प्लेयर्स ने 25 नेशनल रिकॉर्ड तोड़े,जिसमें से अधिकतर रिकॉर्ड महिला खिलाडियों ने तोड़े है।

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