मेरठ। खेल वस्तुओं के सबसे बड़े उत्पादकों में से एक और “भारत के खेल शहर” के रूप में मशहूर मेरठ जिले में बुधवार को सरकारी स्कूलों के बच्चों ने जल जीवन मिशन के हर घर जल गांव को करीब से देखा।
नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग की ओर से मेरठ में हुई जल ज्ञान यात्रा
यहां हर घर जल योजना से प्रत्येक ग्रामीण परिवार को मिले नल कनेक्शन और स्वच्छ जल घरों तक पहुंचने से हुए फायदों को जाना। स्कूली बच्चों को ओएचटी पावली खुर्द में पानी आपूर्ति व्यवस्था को दिखाया गया। यहां बच्चों को फील्ड टेस्ट किट से पानी जांच करके दिखाई गई।
हर घर जल योजना से दी जा रही पानी सप्लाई व्यवस्था को करीब से देखा
नुक्क्ड़ नाटक के माध्यम से हर घर जल योजना से गांव-गांव पहुंच रहे लाभ भी स्कूली छात्र-छात्राओं ने जाने। बच्चों को बताया गया कि कैसे पानी की टंकी से हर घर पानी पहुंचाए जा रहे हैं।
राज्य सरकार की अनूठी पहल पर देश में पहली बार भावी पीढ़ी को जल जीवन मिशन की परियोजनाओं का सहभागी बनाने के लिए उत्तर प्रदेश में ”जल ज्ञान यात्रा” का शुभारंभ किया गया है।
एफटीके किट से दिखाई गई स्कूली छात्र-छात्राओं को पानी जांचने की प्रक्रिया
इसके तहत मेरठ में बुधवार को सीडीओ नुपुर गोयल और जल निगम (ग्रामीण) के सहायक अभियंता उमेश सिंह ने सीडीओ ऑफिस से जल ज्ञान यात्रा का शुभारम्भ किया। 9 स्कूलों के 97 छात्र-छात्राओं को ओएचटी पावली खुर्द में पानी आपूर्ति व्यवस्था को दिखाया गया।
ये भी पढ़ें : बिटिया बरसों बाद अब गांव में साफ पानी पीने को मिल रहा है, बोली महिलाएं
बच्चों ने यहां पानी जांच की प्रक्रिया को देखा। बच्चाें को बताया कि फील्ड टेस्ट किट से 11 तरह की जांच की जाती है। इसके बाद उनको ऐसे गांव में ले जाया गाया जहां हर घर को नल से जल की सुविधा दी जा चुकी है। यहां बच्चों ने ग्रामीणों की बातचीत की।
स्कूली बच्चों ने हर घर जल योजना से लाभान्वित ग्रामीणों के सुखद अनुभव को सुना। पूर्व में पीने के पानी के संकट और योजना के आने के बाद घरों तक नल कनेक्शन पहुंचने से मिले फायदों को भी जाना।
ग्रामीणों ने बच्चों को बताया कि अब स्वच्छ जल मिलने से बीमारियां कम हो गई हैं, महिलाओं को काफी राहत मिली है और स्कूली बच्चे भी समय से स्कूल जाते हैं। बच्चों को जल ज्ञान यात्रा में भाग लेने के लिए प्रमाण पत्र के साथ पेंंसिल बॉक्स भी वितरित किये गये।