लखनऊ: उत्तर प्रदेश के वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने भारत स्काउट और गाइड, उत्तर प्रदेश द्वारा आयोजित 19वीं राष्ट्रीय जम्बूरी एवं ग्राण्ड फिनाले डायमण्ड जुबली जम्बूरी (23 से 29 नवम्बर, 2025) के लिए लखनऊ के डिफेन्स एक्सपो ग्राउंड, वृन्दावन योजना, सेक्टर-15 में विकसित की जा रही आधुनिक टेंट सिटी का भूमि पूजन किया।
19वीं राष्ट्रीय जम्बूरी के आयोजन हेतु भूमि पूजन, शुभंकर और लोगो का अनावरण
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बेसिक शिक्षा, संदीप सिंह, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) माध्यमिक शिक्षा गुलाब देवी, तथा अध्यक्ष भारत स्काउट और गाइड, उत्तर प्रदेश, एवं पूर्व जलशक्ति मंत्री डॉ.महेन्द्र सिंह एवं आईएएस (सेवानिवृत्त), प्रादेशिक मुख्यायुक्त, भारत स्काउट और गाइड, उत्तर प्रदेश डॉ.प्रभात कुमार, शामिल हुए।
इस अवसर पर खन्ना ने बटन दबाकर शुभंकर और लोगो का अनावरण किया। सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि यह जम्बूरी भारत एवं यूपी के आने वाले भविष्य के लिए मील का पत्थर साबित होगी। जिंदगी का असली उद्देश्य किसी न किसी रूप में दूसरों की जिंदगी आसान बनाना है। सेवा एवं त्याग से ही संतुष्टि मिलती है।
लखनऊ की धरती बनेगी अंतरराष्ट्रीय स्काउट-गाइड मिलन स्थल
भौतिक उपलब्धियां चाहे जितनी हो जाए, वे तात्कालिक सुख तो देती हैं परन्तु संतुष्टि केवल सेवा से ही मिल सकती है। स्काउट एवं गाइड का सिद्धांत जिंदगी के असली उद्देश्य की पूर्ति की तरफ ले जाता है। एक ऐसा व्यक्ति जो दूसरों की सेवा के लिए हमेशा तैयार रहे, इसी सिद्धांत को लेकर स्काउट एवं गाइड का गठन हुआ।
जिन्होंने अपने मौलिक विचारों से इस संगठन की स्थापना की नींव रखी और हिन्दुस्तान में इसको व्यवहारिक रूप दिया, उन्हें बधाई देते हुए खन्ना ने कहा कि आज 57 लाख लोग इस स्काउट एवं गाइड के सक्रिय सदस्य है तथा उ0प्र0 में 10 लाख लोग इससे जुड़े हैं।
35,000 प्रतिभागियों की होगी भागीदारी, टेंट सिटी में मिलेंगी आधुनिक सुविधाएं
खन्ना ने कहा कि युवाओं के शैक्षिक, अध्यात्मिक, शारीरिक और बौद्धिक विकास के सिद्धांत पर यह संगठन खड़ा हुआ है। रचनात्मक सहयोग, दूसरों के प्रति सहयोगात्मक व्यवहार यहां तक कि व्यक्ति के प्रति संवेदनशीलता एवं प्रेम भी स्काउट एवं गाइड से जुड़े लोगों में देखने को मिलता है। बहुत सी चीजों का आधार केवल चरित्र निर्माण ही है।
यहां आयोजित होने वाली यह जम्बूरी हमारे चरित्र निर्माण में सबसे बड़ा योगदान होगा। यह केवल एक समागम नहीं है जहां केवल विश्वभर के लोग इकट्ठा होंगे बल्कि इसका उद्देश्य एक व्यक्ति को इस लायक बनाना है कि वह दूसरों की जिंदगी को आसान बना सके। यहां बहुत सी संस्कृतियों का मिलाप होगा, विभिन्न प्रांतों के लोग यहां आयेगे।
सांस्कृतिक रूप से एक रहना आत्मीयता का पाठ पढ़ाना, स्वदेशी के मंत्र को आगे बढ़ाना, समावेशी विकास जिसमें स्वच्छता, पर्यावरण इत्यादि का कर्तव्यबोध कराना इस जम्बूरी का उद्देश्य है।
नेतृत्व, अनुशासन और भाईचारे की सीख देगा जम्बूरी समागम
उल्लेखनीय है कि यह राष्ट्रीय जम्बूरी उत्तर प्रदेश में 61 वर्षों के बाद आयोजित हो रही है। इससे पूर्व यह आयोजन वर्ष 1964 में प्रयागराज (तत्कालीन इलाहाबाद) में सम्पन्न हुआ था।
इसमें देशभर से लगभग 30,000 स्काउट-गाइड्स, विभिन्न देशों से 2,000 प्रतिभागी, और लगभग 3,000 अधिकारी व स्टाफ सम्मिलित होंगे, कुल मिलाकर लगभग 35,000 प्रतिभागी हिस्सा लेंगे।
इस टेंट सिटी को आधुनिकतम सुविधाओं और पर्यावरणीय संतुलन को ध्यान में रखते हुए विकसित किया जा रहा है। प्रमुख सुविधाओं में 3,500 टेंट, 1,600 शौचालय एवं स्नानागार,
35,000 क्षमता वाला एरिना, 64 रसोईघर, 100 दुकानों वाली जम्बूरी मार्केट, एडवेंचर बेस, ग्लोबल विलेज, प्रदर्शनी हॉल, 100 बिस्तरों का अस्पताल, 15 डिस्पेंसरी, 24×7 हेल्पलाइन और वाई-फाई ज़ोन शामिल हैं।
यह भूमि पूजन समारोह केवल जम्बूरी की तैयारियों की औपचारिक शुरुआत नहीं है, बल्कि यह युवाओं को नेतृत्व, अनुशासन, भाईचारे और सामाजिक सेवा के आदर्श सिखाने का अवसर भी है। 19वीं राष्ट्रीय जम्बूरी उत्तर प्रदेश की गौरवशाली सांस्कृतिक परंपरा और युवा शक्ति को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाएगी।
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