रेलवे ने जीती राष्ट्रीय महिला मुक्केबाजी चैंपियनशिप, स्वीटी, जैस्मीन के स्वर्णिम पंच

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मौजूदा विश्व चैंपियन स्वीटी बूरा (81 किग्रा) और 2022 राष्ट्रमंडल खेलों की कांस्य पदक विजेता जैस्मीन (60 किग्रा) ने ग्रेटर नोएडा के गौतम बुद्ध यूनिवर्सिटी स्थित इंडोर स्टेडियम में आयोजित 7वीं इलीट महिला राष्ट्रीय मुक्केबाजी चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीत लिया है।

रेलवे स्पोर्ट्स प्रमोशन बोर्ड (आरएसपीबी) ने टूर्नामेंट में अपना दबदबा जारी रखते हुए पांच स्वर्ण, एक रजत और दो कांस्य पदकों सहित कुल आठ पदकों के साथ लगातार चौथी बार टीम चैंपियनशिप का खिताब हासिल किया। गौतम बौद्ध नगर के संसद सदस्य डॉ. महेश शर्मा ने भारतीय मुक्केबाजी महासंघ के अध्यक्ष अजय सिंह और अन्य अधिकारियों की मौजूदगी में विजेता मुक्केबाजों को पदक प्रदान किए।

हरियाणा और अखिल भारतीय पुलिस क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे

भारतीय मुक्केबाजी महासंघ द्वारा आयोजित इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में, तीन स्वर्ण पदक, तीन रजत और एक कांस्य पदक के साथ हरियाणा ने दूसरा स्थान हासिल किया, जबकि अखिल भारतीय पुलिस (एआईपी) एक स्वर्ण पदक, दो रजत और तीन कांस्य के साथ कुल छह पदक लेकर तीसरे स्थान पर रही।

हरियाणा का प्रतिनिधित्व करने वाली स्वीटी 81 किग्रा वर्ग के फाइनल में लालफाकमावी राल्टे से सामना हुआ। स्वीटी अपनी प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ बहुत मजबूत दिखीं क्योंकि मिजोरम की मुक्केबाज ने उनके खिताब की रक्षा की राह में कोई खतरा पैदा नहीं किया। स्वीटी ने 5-0 से आसान जीत हासिल करने के लिए मुक्कों की झड़ी लगा दी औऱ विजेता बनकर उभरीं।

सर्विसेज स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड (एसएससीबी) का प्रतिनिधित्व करने वाली जैस्मीन के लिए हालांकि फाइनल उतना आसान नहीं था। पंजाब की मुक्केबाज सिमरनजीत कौर बाथ ने शानदाल वापसी के साथ मुकाबले को बराबरी पर ला दिया, लेकिन जजों ने 4-3 के स्कोर के साथ मुकाबले को जैस्मीन के हक में जाने का निर्णय सुनाया।

बाद में जैस्मीन को चैंपियनशिप में सर्वश्रेष्ठ मुक्केबाज चुना गया और टीम उत्तर प्रदेश को फेयर प्ले पुरस्कार दिया गया। जहां यूपी की सोनिया ने बेस्ट चैलेंजर का पुरस्कार जीता, वहीं राजस्थान की ललिता बेस्ट प्रॉमिसिंग बॉक्सर बनीं।

फाइनल में प्रवेश करने वाले छह आरएसपीबी मुक्केबाजों में से पांच अपनी टीम के लिए स्वर्ण पदक लेकर लौटे। आरएसपीबी की 50 किग्रा भार वर्ग की मुक्केबाज अनामिका, जिन्हें पिछले साल रजत पदक से संतोष करना पड़ा था, ने इस संस्करण में हरियाणा की कल्पना पर 5-0 की जीत के साथ अपने पदक का रंग बेहतर किया।

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इसके तुरंत बाद ज्योति ने अखिल भारतीय पुलिस की शविंदर कौर सिद्धू पर 5-0 से आसान जीत दर्ज की और आरएसपीबी के लिए दूसरा पदक जीता। इसी तरह शिक्षा ने 54 किग्रा भार वर्ग में खिताब के लिए प्रतिस्पर्धा करते हुए उत्तर प्रदेश की सोनिया को 5-0 से हराकर आरएसपीबी के लिए तीसरा पदक जीता।

2016 में आयोजित विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक जीतने वाली सोनिया लाठेर ने 57 किग्रा वर्ग के स्वर्ण के लिए 4-3 के करीबी फैसले से जीत हासिल की। फाइनल में एसएससीबी की साक्षी ने रिंग के अंदर लाठेर के सामने चुनौती पेश की लेकिन वह उससे उबरने में सफल रहीं। आरएसपीबी की मौजूदा चैंपियन नुपुर ने 81+किग्रा वर्ग में हरियाणा की रितिका को 5-0 से हराकर अपना ताज बरकरार रखा।

केवल आरएसपीबी की 75 किग्रा भार वर्ग की मुक्केबाज नंदिनी को 2020 टोक्यो ओलंपियन हरियाणा की पूजा रानी से एकतरफा मुकाबले में 0-5 से हारने के बाद रजत पदक से संतोष करना पड़ा।

इसी तरह 63 किग्रा भार वर्ग में अखिल भारतीय पुलिस की सोनू पर 5-0 से जीत दर्ज करने के बाद प्राची ने स्वीटी और पूजा के साथ हरियाणा के लिए तीसरा स्वर्ण पदक जीता।

दो युवा विश्व चैंपियनों के बीच लड़ाई में, सर्विसेज स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड की अरुंधति चौधरी ने असम की अंकुशिता बोरो को 5-0 से हराकर जीत का जश्न मनाया। यह टूर्नामेंट में एसएससीबी का दूसरा स्वर्ण पदक था, जिसमें 12 श्रेणियों में 300 से अधिक मुक्केबाजों ने हिस्सा लिया।

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