सूरत: सूरत में 36वें नेशनल गेम्स की टेबल टेनिस स्पर्धा के दौरान अकुला श्रीजा पर निगाहें रहेंगी। वह सीनियर नेशनल चैम्पियनशिप और कॉमनवेल्थ गेम्स में शानदार प्रदर्शन के बाद अपने उच्च स्तर पर हैं। 24वर्षीया हैदराबाद स्टार देश के सबसे बड़ी खेल प्रतियोगिता में अपना मजबूत प्रभाव बनाने की इच्छुक है।
तेलंगाना के पदकों में योगदान की उम्मीद कर रहीं अकुला ने कहा, “हालांकि प्रतियोगिता में जीतने के लिए कोई रैंकिंग अंक नहीं हैं, लेकिन यह एक प्रतिष्ठित स्पर्धा है। लेकिन अपने राज्य के लिए खेलना गर्व की बात है। यह मेरा पहला नेशनल गेम्स होगा। सभी शीर्ष खिलाड़ी एक्शन में होंगे। यह वर्ल्ड चैम्पियनशिप के लिए अच्छी तैयारी है।”
यहां पहुंचने के बाद उन्होंने कहा, “हवाई अड्डे पर स्वागत वास्तव में बहुत अच्छा था और आयोजक वास्तव में हर चीज का अच्छी तरह से ध्यान रख रहे हैं। हमारे आवास और भोजन की गुणवत्ता वास्तव में अच्छी हैं और मैं यहां सूरत में आकर बहुत खुश हूं।”
उन्होंने रविवार शाम कार्निवल का आनंद लेते हुए कहा, “हमने आदिवासी नृत्य में भी भाग लिया जो वास्तव में मजेदार था।” श्रीजा ने अपने हालिया प्रदर्शन के दमपर खूब सुर्खियां बटोरी हैं, जब उन्होंने मणिका बत्रा जैसी नामी खिलाड़ी के रहते वाहवाही लूटी।
उन्होंने कहा, “निश्चित रूप से, मैं चुनौतियों का आनंद ले रही हूं। नेशनल में सफलता, जहां मैंने अपना पहला महिला एकल खिताब जीता, और फिर शरथ अन्ना के साथ मेरी कॉमनवेल्थ गेम्स की स्वर्ण जीत ने मुझे और अधिक आत्मविश्वास दिया है। मैं इस निरंतरता बनाए रखना चाहती हूं।’’
कोच सोमनाथ घोष की शिष्या श्रीजा ने कहा कि वह हमेशा ही सीनियर नेशनल चैम्पियनशिप में खिताब जीतने का सपना देखती थी। उन्होंने कहा, “मैंने कैडेट, सब-जूनियर, जूनियर और यूथ नेशनल में कोई खिताब नहीं जीते थे। लिहाजा मेरे पहले खिताब ने मुझे बहुत संतुष्टि दी, हालांकि मुझे इस साल खिताब जीतने की उम्मीद नहीं थी।
मैंने इसके लिए बहुत मेहनत की।” श्रीजा इस समय दुनिया में 73वीं रैंक की खिलाड़ी हैं और शीर्ष 50 में आना चाहती हैं। उन्होंने कहा, “अगले साल के एशियन गेम्स से पहले मैं टॉप 50 में शामिल होना चाहती हूं। कॉमनवेल्थ गेम्स और नेशनल चैम्पियनशिप के प्रदर्शन ने मुझे बड़ा विश्वास दिया है कि मैं बड़ी प्रतियोगिताओं में प्रतिस्पर्धा कर सकती हूं।
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एशियाई खेल उन सभी में सबसे कठिन होंगे क्योंकि महाद्वीप के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी दिखाई देंगे।” बर्मिंघम में अपने पहले ही राष्ट्रमंडल खेलों में मिली सफलता के बारे में बात करते हुए श्रीजा ने कहा कि वह शरथ कमल के लिए स्वर्ण का ऋणी हैं।
उन्होंने कहा, “मेरे राष्ट्रीय खिताब जीतने के बाद, शरथ अन्ना ने मेरे कोच के सुझाव पर तुरंत सहमति व्यक्त की थी कि वह और मैं राष्ट्रमंडल खेलों में जोड़ीदार बने। इसके बाद बाकी जो हुआ, वो इतिहास में दर्ज हो गया है।”
उन्होंने अपने राष्ट्रमंडल खेलों के युगल साथी का अनुकरण करने की उम्मीद करते हुए कहा, “अन्ना, जैसा कि हम उन्हें कहते हैं, के साथ जोड़ी बनाना एक सपने के सच होने जैसा था।
वह एक बड़े प्रेरणा हैं। कोर्ट के अंदर और बाहर उनका व्यवहार अद्भुत है। हम सब उनको और दूसरों को खेलते देखते हुए बड़े हुए हैं। जहां तक देश में टेबल टेनिस का सवाल है, वह बड़ा गेम चेंजर है।”