लखनऊ : हर साल 22 मार्च को ‘विश्व जल दिवस’ मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य ताजे पानी के महत्व बताना और जल संरक्षण के प्रयासों को बढ़ावा देना है। लखनऊ जैसे शहर में, जल प्रबंधन और सीवर व्यवस्था को मजबूत बनाना समय की मांग है। जल जीवन का आधार है, फिर भी इसकी उपलब्धता गंभीर संकट में है।
जल सुरक्षा के लिए सामूहिक प्रयासों की जरूरत
अत्यधिक भूजल दोहन, जल का अक्षम उपयोग और प्रदूषण ने कई क्षेत्रों को जल संकट के कगार पर ला खड़ा किया है। लगभग 60 करोड़ भारतीय अत्यधिक से लेकर अति-अत्यधिक जल संकट का सामना कर रहे हैं और 2050 तक भारत में प्रति व्यक्ति जल उपलब्धता घटकर 1,140 घन मीटर तक पहुंचने की आशंका है,
जो पूर्ण जल संकट की स्थिति के बेहद करीब है। विश्व जल दिवस के अवसर पर सुएज इंडिया के सीईओ रश्मि रंजन रे ने सामूहिक प्रयासों की तात्कालिक आवश्यकता पर बल देते हुए कहा, “जल सुरक्षा हमारे समय की सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है।
छोटी-छोटी आदतों से जल संरक्षण संभव
एक जिम्मेदार और सतत विकास के लिए प्रतिबद्ध कंपनी के रूप में सुएज इंडिया स्वच्छ जल को आम जनता तक पहुंचाने के लिए नवीनतम तकनीकों का इस्तेमाल कर रहा है। हम आमजन से लेकर उद्योगों तक से अपील करते हैं कि वे आगे आएं और आने वाली पीढ़ियों के लिए इस अमूल्य संसाधन को संरक्षित करने में अपनी भूमिका निभाएं।”
अक्सर देखा जाता है कि प्लास्टिक, पॉलीथिन और अन्य ठोस कचरे को नालियों और सीवर में फेंक दिया जाता है। इससे न केवल पर्यावरण को नुकसान पहुंचता है, बल्कि सीवर जाम, बाढ़ की समस्या और सफाई में भारी खर्च जैसी परेशानियाँ भी पैदा होती हैं।
इतना ही नहीं, इससे हैजा और डायरिया जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा भी बढ़ता है। पुराने और टूटी-फूटी सीवर लाइनों से निकलने वाली जहरीली हाइड्रोजन सल्फाइड (H2S) गैस भी आम जनता की सेहत के लिए खतरनाक है।
बेहतर सीवरेज सिस्टम और कचरा प्रबंधन से दूर हो सकती है लखनऊ की जल की समस्या
लखनऊ के नागरिकों से अपील है कि वे जिम्मेदारी के साथ कचरा प्रबंधन करें, कचरा सीवर में न डालें और किसी भी सीवर समस्या की जानकारी तुरंत नगर निगम या संबंधित विभाग को दें। साथ ही वर्षा जल संचयन (रेन वाटर हार्वेस्टिंग) जैसे प्रयासों को भी अपनाएं, ताकि जल की गुणवत्ता में सुधार हो सके और सीवर सिस्टम बेहतर तरीके से काम करे।
लखनऊ की बढ़ती आबादी को देखते हुए, भविष्य की जरूरतों के अनुसार शहर की सीवर व्यवस्था को मजबूत बनाना आवश्यक है। इससे जल भराव की समस्या कम होगी, प्रदूषण घटेगा और प्रदूषित जल का बेहतर उपचार हो सकेगा।
आधुनिक सीवर प्रणाली और अत्याधुनिक एसटीपी (सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट) से शहर में सफाई और स्वच्छता को बढ़ावा मिलेगा। यह पहल स्वच्छ भारत मिशन जैसे अभियानों को भी मजबूती देगी और लखनऊ को एक स्वच्छ और सुरक्षित शहर बनाने में सहायक होगी।
सुएज इंडिया के प्रयासो पर प्रकाश डालते हुए रंजन रे ने कहा, “हम अत्याधुनिक तकनीकों का विकास करके जल सुरक्षा को मजबूत कर रहे हैं। हमारे ए आई आधारित स्मार्ट जल प्रबंधन पानी के वितरण की सटीक व्यवस्था करते हैं और पानी नुक़सान बहुत कम हो इसका भी ध्यान रखते हैं।
डीसेंट्रलाइज़्ड वेस्टवॉटर ट्रीटमेंट स्थानीय स्तर पर जल के दोबारा इस्तेमाल को सम्भव बनाता है, वहीं डीसैलिनेशन और पानी के पुनः उपयोग की तकनीकें जल संकट वाले क्षेत्रों के लिए वैकल्पिक मीठे जल स्रोत उपलब्ध कराती हैं।”
विश्व जल दिवस के अवसर पर, सुएज इंडिया अपने कर्मचारियों के बीच जल संरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता को और मजबूत कर रहा है।
कंपनी के कर्मचारी यह शपथ लेंगे कि वे कम से कम एक जल-संरक्षण आदत को अपनाएंगे, जैसे रिसाव ठीक करना, स्नान में बाल्टी का उपयोग करना, बर्तन धोते समय नल बंद करना, ठंडे समय में पौधों को पानी देना, वर्षा जल एकत्र करना, पुनः उपयोग योग्य उत्पादों का इस्तेमाल करना और आरओ ( RO) से निकले अपशिष्ट जल का पुनः उपयोग करना।
इसके अतिरिक्त, इस पहल के तहत सुएज इंडिया बेंगलुरु स्थित बायो एनवायर्नमेंटल ट्रस्ट के विशेषज्ञ द्वारा संचालित एक जल संरक्षण सत्र का भी आयोजन करेगा, जिससे कर्मचारियों में जागरूकता बढ़ाई जा सके।
इन छोटे लेकिन प्रभावशाली उपायों के माध्यम से, सुएज इंडिया ने अपने कर्मचारियों के साथ सामान्य समाज के लिए भी जल संरक्षण की संस्कृति को प्रोत्साहित करने का लक्ष्य रखा है।
रंजन रे ने कहा, “बूंद-बूंद की बचत मायने रखती है। जल संरक्षण केवल सरकारों या उद्योगों की जिम्मेदारी नहीं है — यह प्रत्येक व्यक्ति का सामूहिक प्रयास होना चाहिए।”
उन्होंने कहा कि रिसाव ठीक करने, नल को आवश्यकता न होने पर बंद करने, जल-कुशल उपकरणों का उपयोग करने और कचरे का सही निपटान करने जैसे सरल लेकिन प्रभावी कदमों से बड़ा बदलाव लाया जा सकता है।
वर्षा जल संचयन प्रणालियों की स्थापना और उपचारित अपशिष्ट जल का पुनः उपयोग भी सतत जल प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
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