कोलंबो। श्रीलंका के उत्तरी जाफना प्रायद्वीप की अदालत द्वारा रिहा 56 भारतीय मछुआरे कोविड-19 संबंधी पृथकवास अवधि पूरी होने के बाद सोमवार को आव्रजन हिरासत केंद्र में भेजे जाएंगे।
कारागार प्राधिकारियों के अनुसार इन मछुआरों की 25 जनवरी को रिहाई हो गई थी और इन्होंने उत्तरी प्रांत के इयाक्काच्ची में जेल के कोविड-19 केंद्र में पृथकवास पूरा कर लिया है। कारागार अधीक्षक एवं प्रवक्ता चंदना एकनायके के अनुसार संक्रमित पाए गए कुछ मछुआरों का पृथकवास पूरा हो गया है।
इस बारे में एक अदालत ने श्रीलंकाई नौसेना द्वारा दिसंबर में गिरफ्तार 56 मछुआरों को रिहा करने का आदेश 25 जनवरी को दिया था। ये मछुआरे दो अलग-अलग दिनों में अरेस्ट हुए थे और मछलियां पकड़ने वाली उनकी 10 नाव भी जब्त की गयी थी।
भारतीय मछुआरों पर गोलीबारी के साथ और उनकी नावों को श्रीलंकाई नौसेना ने पाक जलडमरूमध्य में कई बार कथित तौर पर जब्त किया था। पानी की एक संकरी पट्टी यानि श्रीलंका और तमिलनाडु के बीच पाक जलडमरूमध्य में काफी मछलियां मिलती हैं जहां दोनों देशों के मछुआरे मछली पकड़ते हैं।
ये भी पढ़े : अगर जीते तो फ्रांस को नाटो कमांड से बाहर लाएंगे : मरीन
दूसरी ओर एक फरवरी को अरेस्ट 21 भारतीय मछुआरे प्वाइंट पेड्रो मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश होंगे। उत्तरी मत्स्य विभाग के सूत्रों के अनुसार श्रीलंकाई नौसेना ने क्षेत्रीय जल में अवैध शिकार करने के आरोप में 21 भारतीय मछुआरों को अरेस्ट करने के साथ मछली पकड़ने की उनकी दो नाव भी जब्त की थी।