लखनऊ। स्पोर्ट्स इंटरनेशनल द्वारा विकसित एक प्रमुख फुटबॉल कोचिंग प्लेटफॉर्म सुपरकोच ने उत्तर प्रदेश सरकार के साथ साझेदारी में ‘द गेम चेंजर’ प्रोजेक्ट के अंतर्गत राज्य में ग्रासरूट फुटबॉल विकास कार्यक्रम की शुरुआत की है।
इसका उद्देश्य प्राथमिक स्कूलों में फुटबॉल को पेश करने और उसे विकसित करने के तरीके को बदलना है। यूपी में इस प्रोजेक्ट के पहले चरण की शुरुआत हो चुकी है।
प्रदेश सरकार के साथ स्कूलों में खेल गतिविधियों के प्रोत्साहन से ग्रासरूट फुटबॉल में आएगा बदलाव
इसी बीच गुरुवार को सुपरकोच के कंट्री मैनेजर जोन्स ओल्सन ने स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश सरकार के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार को सुपरकोच जर्सी भेंट की।
‘द गेम चेंजर’ प्रोजेक्ट से राज्य के 27,000 से अधिक प्राथमिक स्कूलों और लगभग 1.35 करोड़ बच्चों पर असर पड़ेगा। इसका उद्देश्य उत्तर प्रदेश के प्राथमिक स्कूलों को ग्रासरूट फुटबॉल विकास केंद्रों में बदलना है।
ये केंद्र प्रशिक्षण केंद्र के रूप में काम करेंगे, जहां खिलाड़ियों को यूरोपीय अकादमियों में सफल साबित हुए तरीकों का उपयोग करके प्रशिक्षित किया जाएगा।
इस प्रोजेक्ट में पीई शिक्षकों को सुपरकोच ऐप का उपयोग करने का प्रशिक्षण दिया जाएगा, ताकि फुटबॉल विकास के लिए एक मानकीकृत और संगठित दृष्टिकोण सुनिश्चित किया जा सके।
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इसके पहले चरण में सुपरकोच ऐप का उपयोग करके उत्तर प्रदेश के प्राथमिक स्कूलों में पीई शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया है। सुपरकोच टीम ने पहले ही 5 जिलों में दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया है।
दूसरे चरण में योग्य करियर कोच पीई शिक्षकों के साथ मिलकर ग्रासरूट स्तर पर फुटबॉल प्रशिक्षण को और बेहतर बनाएंगे। वहीं तीसरे चरण में वरिष्ठ खिलाड़ियों की पहचान कर प्रशिक्षित किया जाएगा।
फिर चौथे चरण में क्षेत्रीय स्तर पर फुटबॉल लीग और टूर्नामेंट होंगे जिनमें सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों की राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए पहचान होगी और संभावित रूप से अंतरराष्ट्रीय अवसर मिल सकते हैं।
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