एक्टर रोनित रॉय फिल्मों के अलावा बिजनेस भी करते हैं। उनका खुद का सिक्योरिटी एजेंसी है, जिसके जरिए वो बड़े-बड़े स्टार्स को सुरक्षा मुहैया कराते हैं। एक रिसेंट इंटरव्यू में रोनित ने कहा कि कोविड के वक्त उनकी हालत बहुत खस्ता हो गई थी।
सिक्योरिटी गार्ड्स को सैलरी देने तक का पैसा नहीं आ रहा था। अपने कर्मचारियों को तनख्वाह देने के लिए उन्हें अपनी कार तक बेचनी पड़ी थी। रोनित ने कहा कि उस वक्त अमिताभ बच्चन, अक्षय कुमार और करण जौहर ने काफी दरियादिली दिखाई थी।
बिना सर्विस लिए उन्होंने पेमेंट करना जारी रखा। इससे रोनित को काफी मदद मिली थी। उन्होंने एक साइट से बात करते हुए कहा- कोरोना के टाइम 130 कर्मचारी मेरे फर्म में काम करते थे। उनकी फैमिलीज का भी ध्यान रखना पड़ता था। कुछ महीने पहले तक मेरे पास काम भी नहीं था। मैंने ज्यादा काम भी नहीं किया था।
मैंने सोचा कि अपने सभी कर्मचारियों को पूरी सैलरी दूंगा। मेरे पास सैलरी देने जितना पैसा नहीं था। फिर मैंने देखा कि घर में बहुत सारी चीजें ऐसी हैं, जिसका कोई यूज नहीं है।
उन्होंने कहा- मेरे पास कुछ गाड़ियां थीं जिन्हें मैं काफी दिनों से यूज नहीं कर रहा था। एक मिनी कूपर थी, जिसे मैं कभी चलाता ही नहीं था। घर में कुछ और लग्जरी सामान थे। इन सबको बेच कर मैंने अपने कर्मचारियों को उनकी सैलरी दे दी। मैंने उनके ऊपर कोई उपकार नहीं किया। यह करना मेरी जिम्मेदारी थी।
रोनित रॉय ने आगे कहा- अक्षय कुमार, अमिताभ बच्चन और करण जौहर ने उस वक्त दरियादिली दिखाई थी। बिना सर्विस के भी उन्होंने मुझे पेमेंट करना जारी रखा। इससे कम से कम 130 में से 30 सिक्योरिटी गार्ड्स का काम चल गया। यह मेरे लिए एक बड़ा रिलीफ था।
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बता दें कि रोनित ने 2000 की शुरुआत में यह बिजनेस करना शुरू किया था। उस वक्त लगान की शूटिंग चल रही थी। रोनित की सिक्योरिटी एजेंसी ने ही आमिर को सुरक्षा दी थी।