लखनऊ। अंतर्राष्ट्रीय दर्शन दिवस के अवसर पर नवयुग कन्या महाविद्यालय, राजेंद्र नगर लखनऊ के दर्शनशास्त्र विभाग की 45 छात्रों ने विभागाध्यक्ष मेजर (डॉ.) मनमीत कौर सोढ़ी तथा तूलिका गुप्ता के साथ विपुल खंड, गोमती नगर में स्थित भारतीय दार्शनिक अनुसंधान परिषद के शैक्षणिक केंद्र में स्थित पुस्तकालय का भ्रमण किया।
जहां पर एशिया में दर्शन की सर्वोत्तम पुस्तकों का संकलन उपलब्ध है। यहां लगभग 40000 किताबें तथा लगभग 5000 शोध पत्रिकाएं उपलब्ध है। छात्राओं ने पुस्तकों और शोध पत्रिकाओं के अध्ययन से लाभ प्राप्त किया तथा दर्शन के क्षेत्र में विभिन्न विषयों पर हो रहे शोधों की जानकारी प्राप्त की।
शैक्षणिक केंद्र के प्रभारी हमेंद्र भरद्वाज एवं डॉ जय शंकर सिंह ने छात्राओं का सहयोग किया। मेजर डॉ सोढी के अनुसार वर्ष 2005 में यूनेस्को सम्मेलन में यह निश्चय हुआ कि प्रत्येक वर्ष विश्व दर्शन दिवस नवंबर महीने के तीसरे गुरूवार को मनाया जायेगा।
ये भी पढ़े : निधि सिंह यादव ने पहना मिस नवयुग का ताज
विश्व दर्शन दिवस उन दार्शनिकों के सम्मान में मनाया जाता है जिन्होंने सम्पूर्ण विश्व को स्वतंत्र विचारों के लिए स्थान उपलब्ध कराया। इस दिवस का उद्देश्य दार्शनिक विरासत को साझा करने के लिए विश्व के सभी लोगों को प्रोत्साहित करना तथा बुद्धिजीवियों एवं सभ्य समाज को सामाजिक चुनौतियों से लड़ने के लिए विचार विमर्श को प्रेरित करना है।
छात्राओं ने गोमती नगर में स्थित एसिड अटैक सरवाइवर्स के द्वारा चलाए जा रहे सिरोज रेस्टोरेंट में भी जाकर उनसे मुलाकात की तथा यह जाना कि विपरीत परिस्थितियों तथा कई परेशानियों के बाद भी दृढ़ संकल्प के द्वारा निरंतर आगे बढ़ने का प्रयास का नाम ही जीवन है।
महाविद्यालय की प्राचार्य प्रोफेसर मंजुला उपाध्याय ने छात्राओं को शुभकामनाएं देते हुए उन्हें जीवन की व्यवहारिक शिक्षा पर ध्यान देने की आवश्यकता पर बल दिया।