लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्लास्टिक मुक्त उत्तर प्रदेश के संकल्प को साकार करने की दिशा में हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट ने “अंतर्राष्ट्रीय प्लास्टिक बैग मुक्त दिवस” यानि रविवार को प्राकृतिक संरचना के संरक्षण हेतु भूतनाथ मार्केट, इंदिरा नगर लखनऊ में “नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक” जागरूकता अभियान चलाया।
दुकानदारों ने वस्तुओं की पैकिंग में लगी पॉलीथिन के मांगे विकल्प
इस अभियान के अंतर्गत हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अग्रवाल, आतंरिक सलाहकार समिति के सदस्य एके जायसवाल व स्वयंसेवकों ने भूतनाथ मार्केट, इंदिरा नगर में स्थित सभी दुकानों में जाकर दुकानदारों व खरीदारों से सिंगल यूज प्लास्टिक को इस्तेमाल न करने की अपील की, सूचनात्मक ब्रोशर का वितरण किया।
इसके साथ उन्हें प्लास्टिक से मनुष्य, पर्यावरण व जानवरों को होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में अवगत कराया। ट्रस्ट के स्वयंसेवकों ने भूतनाथ मार्केट में प्लास्टिक बैग लेकर जा रहे लोगों से यह अपील की कि “नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक” का संकल्प लेते हुए आप जो सामान प्लास्टिक पॉलीथिन में लेकर जा रहे हैं।
उस सामान को पॉलीथिन सहित हेल्प यू एजुकेशनल एवं चैरिटेबल ट्रस्ट के डस्टबिन में दान कर दें, जिससे आपका सिंगल यूज प्लास्टिक को दोबारा इस्तेमाल न करने का संकल्प दृढ़ हो जाए और आप भविष्य में सिंगल यूज प्लास्टिक का दोबारा उपयोग ना करें। आपके दान किये हुए सामान का वितरण निराश्रित व गरीबों में किया जायेगा।
ये भी पढ़े : डॉक्टर को भी करना पड़ता है अनेक परेशानियों का सामना
व्यापारियों ने सिंगल यूज़ प्लास्टिक के उत्पादन इकाइयों को बंद करने के लिए मांग की। दुकानदारों ने वस्तुओं की पैकिंग में लगी पॉलीथिन के विकल्प मांगे। लोगों ने हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा “नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक” जागरूकता अभियान में उत्साहपूर्ण बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।
ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्षवर्धन अग्रवाल ने प्लास्टिक से होने वाले गंभीर परिणामों को बताते हुए यह कहा कि प्लास्टिक सिर्फ मानव जाति के लिए ही नहीं अपितु पर्यावरण, नदियों, समुद्रों और महासागरों तक के लिए नुकसानदायक है। जानवर हमारे द्वारा फेंकी गई प्लास्टिक खाकर बीमार हो जाते हैं या मौत के मुंह में चले जाते हैं।
नदियों और समुद्रों के किनारे फेंके गए चिप्स और बिस्किट के पैकेट बह कर पानी में चले जाते हैं जिससे जल प्रदूषण का खतरा निरंतर बना हुआ है। प्लास्टिक को जलाने से उत्पन्न धुएं से पर्यावरण दूषित हो रहा है, अतः आप सब से अपील है कि अपने साथ-साथ चारों तरफ के वातावरण को साफ बनाएं, प्लास्टिक को दूर भगाएं।