कारागार मुख्यालय में डॉ भीमराव अंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर विभागीय अधिकारी व स्टाफ द्वारा श्रद्धाजंलि प्रकट की गई। उनके चित्र पर माल्यार्पण तथा पुष्प अर्पित किया गया।
इस अवसर पर आयोजित श्रद्धाजंलि सभा में मुख्य अतिथि डॉ एस एन साबत, पुलिस महानिदेशक कारागार द्वारा सभी उपस्थित गण को डॉ अंबेडकर के जीवन के बारे मे अवगत कराया। साथ ही भारतीय संविधान के निर्माण मे योगदान के बारे में बताया।
उन्होंने कहा कि आजादी मिलने के बाद देश को सुव्यवस्थित पटरी पर लाने के लिए नियम-कानून की जरूरत थी। यह अत्यंत कठिन काम था लेकिन बाबा साहब अम्बेडकर ने अत्यंत परिश्रम एवं सूझबूझ से भारत के संविधान बनाने का कार्य पूरे मनोयोग से किया। वे अप्रतिम प्रतिभा के धनी थे।
ये भी पढ़ें : लखीमपुर के स्कूली बच्चों के लिए यादगार बनी जल ज्ञान यात्रा
पुलिस महानिदेशक कारागार ने कहा कि डॉ अम्बेडकर का व्यक्तित्व बहुमुखी था। उन्होंने समाज के हर वर्ग को ध्यान में रखकर संविधान बनाया।भारतीय संविधान के चलते समानता का अधिकार हर देशवासियों को प्राप्त हुआ। इसी के चलते देश विकास के पथ पर तेजी से दौड़ने में सक्षम हुआ।
श्रद्धाजंलि देने वालों में अपर महानिरीक्षक कारागार चित्रलेखा सिंह, उपमहानिरीक्षक मुख्यालय ऐके सिंह, पुलिस वरिष्ठ अधीक्षक मुख्यालय शिवहरी मीना, पुलिस अधीक्षक मुख्यालय सुभाष चंद्र शाक्य सहित अन्य अधिकारी गण व कर्मचारी गण उपस्थित रहे।