लखनऊ। भारत के कपिल परमार ने गत 28 मार्च से 3 अप्रैल तक अंतालिया (तुर्की) में आयोजित आईबीएसए जूडो ग्राण्ड प्री में स्वर्ण पदक जीतते हुए देश का परचम लहरा दिया।
भारतीय दृष्टिबाधित जूडो टीम का प्रतिनिधित्व करते हुए कपिल ने 60 किग्रा से कम भार वर्ग में चुनौती पेश की और फाइनल में ब्राजील के डे ओलिविरा ई. को परास्त करते हुए स्वर्णिम सफलता हासिल की। इससे पहले कपिल ने कोरिया के किम हयोबिन, वियतनाम के ब्लैंको एम. एवं यमन के नाशवान एस. को हराते हुए फाइनल में जगह बनाई थी।
दूसरी ओर भारत की कोकिला 48 किग्रा. भारवर्ग में पांचवें स्थान पर रही। उन्होंने पहले राउंड में स्विट्जरलैंड के ब्रूसिंग, कारमेन को हराया। वहीं सेमीफाइनल में उन्हें चीन की एल.आई. लिकिंग से हार मिली। फिर कांस्य पदक के मुकाबले में कोकिला को चीन की ईकेई काहिदे ने हराया।
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कपिल और कोकिला पेरिस पैरालंपिक-2024 के लिए क्वालीफाई कर चुके है। वर्तमान में पैरालंपिक रैंकिंग में कपिल नंबर 1 है जबकि कोकिला सातवें पायदान पर हैं। यह दोनों ही इंडियन पैरा जूडो अकादमी, हलवासिया कोर्ट, हज़रतगंज, लखनऊ में मुनव्वर अंज़ार की देखरेख में ट्रेनिंग कर रहे हैं।
इंडियन ब्लाइंड एंड पैरा जूडो एसोसिएशन के उपाध्यक्ष सुधीर हलवासिया ने बताया कि चैंपियनशिप में भारतीय खिलाड़ियों के साथ मुनव्वर अंज़ार मुख्य कोच के तौर पर रहे। सोमा नगाऊ असिस्टेंट कोच, आयषा मुनव्वर महिला स्कार्ट, उमेश कुमार सिंह पुरुष स्कार्ट एवं अनूप कुमार गुरनानी टीम लीडर थे।