यूकेके जूनियर चैंपियनशिप : 1500 से अधिक छात्र राष्ट्रीय खेल दिवस पर जुटे, जमीनी स्तर पर खो-खो को बढ़ावा देने की पहल

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नई दिल्ली : राष्ट्रीय खेल दिवस के अवसर पर राजधानी में शुक्रवार से यूकेके जूनियर चैंपियनशिप-दिल्ली 2025 का आगाज़ हुआ। साकेत के रेड रोज़ेज़ पब्लिक स्कूल में 29 और 30 अगस्त को आयोजित हो रहा यह दो दिवसीय टूर्नामेंट भारत के सबसे लोकप्रिय स्वदेशी खेलों में से एक खो-खो को मंच प्रदान करेगा और भविष्य के सितारों को निखारने का अवसर देगा।

दिल्ली और एनसीआर के 32 स्कूलों की टीमें इसमें हिस्सा ले रही हैं, जहां युवा खिलाड़ी अपनी प्रतिभा दिखाकर शीर्ष सम्मान के लिए मुकाबला करेंगे।

अल्टिमेट खो-खो (यूकेके) लीग द्वारा संचालित इस पहल का उद्देश्य स्कूल स्तर से खेल को मज़बूती देना है। विजेता टीम को ₹31,000, उपविजेता को ₹21,000 और तीसरे स्थान पर आने वाली दो टीमों को ₹11,000-₹11,000 की पुरस्कार राशि मिलेगी।

दो दिनों तक 1500 से अधिक छात्र इस आयोजन का हिस्सा बनकर भारत के सबसे पुराने स्वदेशी खेल का उत्सव मनाएंगे, जिसमें जोश, ऊर्जा और गर्व का अनोखा संगम देखने को मिलेगा।

राष्ट्रीय खेल दिवस 2025 की पृष्ठभूमि में इस चैंपियनशिप का महत्व और बढ़ जाता है, क्योंकि भारत 2036 ओलंपिक की मेज़बानी का दावा पेश करने की तैयारी कर रहा है और सरकार खो-खो जैसे स्वदेशी खेलों को एशियाई और ओलंपिक खेलों में शामिल कराने की कोशिशें कर रही है।

मैच यूकेके फॉर्मेट में खेले जाएंगे, जिसे 2022 में पेश किया गया था और जिसने खो-खो को नई पीढ़ी के लिए रोमांचक रूप में ढाल दिया। अब यह सिर्फ़ स्कूल का खेल नहीं रहा, बल्कि तेज़-तर्रार और हाई-ऑक्टेन खेल बन गया है जो खिलाड़ियों और दर्शकों दोनों को रोमांचित करता है।

खो-खो महासंघ (KKFI) के अध्यक्ष सुधांशु मित्तल ने कहा, “खो-खो हमेशा से गति, रणनीति और टीमवर्क का खेल रहा है।

यूकेके जूनियर चैंपियनशिप जैसे मंचों से युवा खिलाड़ी खेल से गहराई से जुड़ रहे हैं। जब भारत एशियाई खेलों और ओलंपिक जैसे वैश्विक मंचों पर स्वदेशी खेलों को जगह दिलाने की कोशिश कर रहा है, तब ऐसे टूर्नामेंट बेहद अहम साबित होते हैं।”

आयोजन के दूसरे दिन यानी 30 अगस्त को केकेएफआई अध्यक्ष सुधांशु मित्तल, महासंघ के वरिष्ठ पदाधिकारी, रेड रोज़ेज़ स्कूल के नेतृत्वकर्ता और यूकेके लीग के प्रतिनिधि मौजूद रहेंगे। साथ ही वर्ल्ड कप विजेता खिलाड़ी मेहुल और निर्मला भाटी भी छात्रों का हौसला बढ़ाने पहुंचेंगे।

यूकेके लीग प्रमोटर अमित बर्मन ने अपनी दृष्टि साझा करते हुए कहा, “यूकेके फॉर्मेट ने साबित कर दिया है कि खो-खो कितना आधुनिक और रोमांचक हो सकता है। इस दृष्टि को जूनियर स्तर तक ले जाना सुनिश्चित करता है कि हम कल के चैंपियंस तैयार कर रहे हैं और खेल को नई पीढ़ी के लिए प्रेरणादायक बना रहे हैं।”

यह जूनियर कप केवल एक शुरुआत है। आने वाला साल खो-खो के लिए बेहद रोमांचक होगा। अल्टिमेट खो-खो का तीसरा सीज़न 29 नवंबर 2025 से शुरू होगा, जिसमें पहली बार विदेशी खिलाड़ी भी शामिल होंगे। खो-खो अब और बड़े तथा वैश्विक मंच की ओर तेज़ी से कदम बढ़ा रहा है।

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