यूनिटी कॉलेज ने दृष्टिहीन पैरा जूडो के संस्थापक मुनव्वर को किया सम्मानित

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लखनऊ। यूनिटी कॉलेज में शनिवार को आयोजित विशेष सम्मान समारोह में भारतीय दृष्टिहीन पैरा जूडो एसोसिएशन के संस्थापक महासचिव मुनव्वर अंजार सिद्दीकी को पेरिस में आयोजित पैरालिंपिक में चीफ कोच रहते हुए भारतीय जूडोका कपिल परमार को कांस्य पदक दिलाकर पहला भारतीय खिलाड़ी बनाकर स्वर्ण अक्षरों में उनका नाम दर्ज करा कर भारत का नाम रोशन करने पर सम्मानित किया गया।

इससे पूर्व सम्मान समारोह की अध्यक्षता कॉलेज के सचिव नजमुल हसन रिजवी ने की। इस समारोह में संयुक्त सचिव डॉ एम तल्हा, प्रिंसिपल दीपक मर्विन मैथ्यूज, उप-प्राचार्य सचिंद्र भारती और कॉलेज काउंसलर निसार फातिमा रिजवी मौजूद थीं।

कार्यक्रम की शुरुआत उप-प्राचार्य भारती ने औपचारिक स्वागत के साथ की। इसी क्रम में प्रिंसिपल मैथ्यूज ने मुनव्वर अंजार के उल्लेखनीय व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला और अपना हार्दिक अभिवादन व्यक्त किया। छात्रों को संबोधित करते हुए अन्तर्राष्टï्रीय जूडोका व अर्न्ताष्टï्रीय कोच मुनव्वर अंजार ने अपने शिष्य कपिल परमार के संघर्ष भरे जीवन को बताया।

उन्होंने कहा कि कपिल परमार की उम्र जब सिर्फ 15 साल थी। तब करंट की चपेट में आ गया था। इसकी वजह से दोनों हाथों की कुछ उंगलियां आपस में चिपक गईं।

इससे उसके रेटिना पर आंशिक रूप से 40 प्रतिशत असर पड़ा लेकिन उम्र बढ़ने के साथ कपिल की 80 प्रतिशत दृष्टि चली गई। हालांकि यह त्रासदी उनके हौसले को कम नहीं कर सकी और उन्होंने नेत्रहीनों के लिए जूडो में सांत्वना पाई।

उनके पिता राम सिंह परमार जो एक टैक्सी चालक थे, को किडनी में संक्रमण के कारण अपनी नौकरी छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा, जिससे कपिल और उनके बड़े भाई ललित ने 2019 में भोपाल हाईवे पर चाय की दुकान शुरू की। बाधाओं और आर्थिक तंगी के बावजूद कपिल ने जूडो नहीं छोड़ा।

इसका भरपूर फायदा हुआ और फिर 24 वर्षीय कपिल जूडोका नेें देश के पहले पैरालंपिक पदक विजेता बन गए। उन्होंने पेरिस में प्ले-ऑफ में ब्राजील के एलियटन डी ओलिवेरा को हराकर पुरुषों के 60 किग्रा के जे-1 वर्ग में कांस्य पदक जीत कर देश पहले खिलाड़ी बन गये।

आज कपिल पूरे देश के लिए नजीर बन गये हैं। इसके साथ ही मुनव्वर अंजार ने जूडो में अपने सफर, अनुभवों और सीखे गए सबक को साझा किया।

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उन्होंने मार्शल आर्ट के रूप में जूडो के महत्व पर जोर दिया, जो न केवल आत्मरक्षा को बढ़ावा देता है, बल्कि युवाओं में अनुशासन और लचीलापन भी पैदा करता है।

गौरतलब है कि मुनव्वर अंजार किसी परिचय को मोहताज नहीं हैं। उनकी उपलिब्धयों पर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी भीे सम्मानित कर चुके हैं। मुनव्वर अंजार के योगदान के लिए 30 सितंबर, 2024 को मुकेश अंबानी और नीता अंबानी ने भी आमंत्रित किया है।

इसी क्रम में कालेज के सचिव नजमुल हसन रिजवी ने मुनव्वर अंजार को एक सच्चा रोल मॉडल बताया। इस समारोह में कालेज के दर्जनों स्टार खिलाड़ी मौजूद रहे जिन्होंने राष्टï्रीय स्तर पर कालेज और शहर का नाम रोशन किया। इन्हीं में शामिल दो खिलाड़ियों हुसैन मेहदी और रबाब फातिमा को भी मुनव्वर अंजार ने सम्मानित किया।

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