गोमाता की सेवा मनुष्य जीवन के लिए बहुत ही सुखद और फलदाई

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लखनऊ: प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने रविवार को नगर निगम लखनऊ द्वारा संचालित सरोजनीनगर के नादरगंज अमौसी स्थिति कान्हा उपवन गौशाला का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने गौशाला के बेहतर व्यवस्थापन हेतु अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।

नगर विकास मंत्री एके शर्मा ने कान्हा गौशाला का निरीक्षण किया

साथ ही जन्माष्टमी के पावन पर्व पर गौशाला में गौ-पूजन किया, बाड़ों में जाकर गायों को गुड़ भी खिलाया। इसके अतिरिक्त पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से गौशाला की वाटिका में बेल के पौधे को रोपित किया।

उन्होंने गोल्फ कार्ट पर बैठकर सम्पूर्ण परिसर का अवलोकन किया और भ्रमण कर गौशाला, नंदीशाला, गौसेवक आवास, चरागृह, दारीका गऊ आवास, वृषभ क्षेत्र, पोखर, कान्हा स्टोर, सिद्धार्थ पशु-पक्षी उपचार केंद्र, ऑपरेशन कक्ष, इमरजेंसी कक्ष का निरीक्षण किया।

श्री कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर गौमाता का किया पूजन

इस अवसर पर उन्होंने कहा कि हमारी सनातन संस्कृति में गोवंश बहुत ही पूजनीय है, स्वयं भगवान श्री कृष्ण गोभक्त थे, गोमाता उन्हें बहुत ही प्रिय थी।

यहां कान्हा उपवन में भी गोवंश के संरक्षण और संवर्धन के साथ ही पर्यावरण संरक्षण के भी प्रयास किये जा रहे हैं, यहां पर 9800 से अधिक गोवंश के साथ ही अन्य बेसहारा पशुओं के संरक्षण का भी पूर्ण कार्य किया जा रहा।

उन्होंने कहा कि गोमाता की सेवा प्रत्येक मनुष्य के जीवन के लिए बहुत ही सुखद और फलदाई है। उन्होंने सभी गोपालको से अपील की है कि वे गोवंश का स्वयं पालन करें और उन्हें निराश्रित न छोड़े।

सभी गोपालको से गोवंश का स्वयं पालन करने तथा निराश्रित न छोड़ने की अपील की

आम नागरिक भी किसी गोवंश के घायल होने पर उसकी जानकारी अपने निकटतम नगरीय निकाय को दें यह भी एक प्रकार की गो सेवा ही है। किसान भाई भी गोवंश की सेवा के लिए चारे भूसे का दान कर सकते हैं।

नगर विकास मंत्री ने सभी बाड़ों का निरीक्षण किया, जहां पर सभी नांदों में मानक के अनुरूप भूसा चोकर तथा हरा चारा उपलब्ध पाया गया।

सभी बाड़ों में स्वच्छ शीतल जल की उपलब्धता मिली तथा सम्पूर्ण परिसर की सफाई व्यवस्था उच्च कोटि की मिली। कुछ बाड़ों में निराश्रित गोवंश के लिए कूलर की व्यवस्था होने से उन्होंने नगर निगम के कार्यों की प्रशंसा की। ्सरभी गोवंशो का स्वास्थ्य अच्छा पाया गया और देखा गया की गर्मी से बचाव हेतु नमक का उपयोग भी चारे में मिलाकर किया जा रहा है।

निरीक्षण के दौरान अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा निर्देश

गौशाला में गोवंशो के लिए पर्याप्त शेड हो, इसके लिए उन्होंने कुछ स्थानो पर शेड के विस्तार हेतु निर्देश दिए तथा गौशाला को आत्मनिर्भर बनाये जाने पर भी बल दिया। उन्होंने गौशाला से दूध तथा गोबर की बिक्री की जानकारी ली। अमृत योजना के अंतर्गत विकसित किये जा रहें कान्हा और राधा सरोवर के निर्माण कार्यों की भी जानकारी ली।

गायों के पेट मे फंसी पॉलीथिन निकालने की अत्याधुनिक शल्य क्रिया यानी रूमनोटॉमी की भी जानकारी ली और गोवंशों का जीवन बचाने के लिए किए जा रहे प्रयासों के लिए कान्हा उपवन के डॉक्टर टीम की प्रशंसा की।

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उन्होंने कहा कि यहाँ तो लगभग 9800 गोवंशो की प्रतिदिन सेवा और उनके आहार की व्यवस्था की जा रही, इसके सुचारू संचालन में यहाँ के सभी अधिकारियों व कर्मचारियों के लगन और मेहनत का परिणाम है।

निरीक्षण के दौरान नगर आयुक्त श्री इंद्रजीत सिंह, अपर नगर आयुक्त डॉ अरविन्द राव, पशु कल्याण अधिकारी डॉ. अभिनव वर्मा आदि उपस्थित रहे।

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