शिवरी प्लांट का किया निरीक्षण, कार्यों की समीक्षा कर दिए जरूरी निर्देश

0
136

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा न लखनऊ के शिवरी प्लांट का निरीक्षण किया और लिगेसी वेस्ट (पुराना कचरा) प्रबंधन साईट पर कार्यों की समीक्षा कर अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिया।

उन्होंने कहा कि स्वच्छता को बनाये रखने के लिए मैन और मशीन का समन्वय बनाकर उपयोग किया जाए। उन्होंने पार्षदों से भी कहा कि जिन वार्डों में मशीनों का उपयोग नही हो रहा उस पर ध्यान दें।

कूड़े के पहाड़ को खत्म करने का किया जा रहा प्रयास

उन्होंने कहा कि शिवरी में मानव और मशीन के समन्वय से कूड़ा निस्तारण का बहुत ही महत्वपूर्ण कार्य किया जा रहा। कूड़े का पहाड़ जैसा विशाल दिखने वाले कचरे का प्रबंधन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि शिवरी में 10 वर्ष से ज्यादा समय से लखनऊ शहर का कूड़ा-कचरा डंपिंग किया जा रहा था।

एक से दो वर्ष में शिवरी के पूरे कूड़े का हो जाएगा निस्तारण

यहां पर 18-19 लाख मी.टन कूड़ा इकट्ठा हो गया था, यों कहिए कि कूडे़ का पहाड़ बन गया था, जो कि 50 एकड़ से अधिक जमीन पर फैला हुआ था। इससे एक दशक शिवरी गांव के आसपास के इलाकों में गंदगी, दुर्गंध व मच्छरों की समस्याओं से लोग परेशान थे।

खाली हुई जमीन पर बनेगा पार्क, स्टेडियम, अस्पताल, स्कूल

साथ ही लखनऊ नगर निगम से निकलने वाले कूड़े का सही से निस्तारण भी नही हो पा रहा था। इन सभी समस्याओं के समाधान के लिए डेढ़ वर्ष पहले शिवरी कूड़े के वैज्ञानिक ढंग से निस्तारण हेतु 100 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई,

जिससे आधुनिक मशीनें को लाकर और अन्य उपायों से पूरी तरह से वैज्ञानिक ढंग से इस कूड़े का निस्तारण किया जा रहा और अभी तक आधे से ज्यादा लगभग 53 प्रतिशत अर्थात 10 लाख मी0टन कूड़े का निस्तारण किया जा चुका है। कूड़े के घटने से जो भी जमीन खाली हो रही है वहां पर पार्क एवं उद्यान लगाये जा रहे हैं।

बहुत जल्द ही शिवरी में वेस्ट टू एनर्जी प्लाण्ट बनेगा

हरियाली बढ़ाने का कार्य किया जा रहा है। जैसे-जैसे कूड़े का निस्तारण हो रहा खाली जमीन के साथ पूरानी मशीनरी, ट्रैक्टर, ट्रॉली, डम्फर आदि निकल रहे हैं।

नगर विकास मंत्री ने कहा कि शिवरी में इकट्ठा कूड़े का कुछ भाग बायो रिमेडियेशन से किया जा रहा तथा कुछ का आरडीएफ का प्रयोग कर ज्वलनशील पदार्थ बनाये जा रहे, जिसका प्रयोग फैक्ट्रियों में ईंधन के लिए सप्लाई होता है, जिससे लखनऊ नगर निगम को आय हो रही है।

शिवरी प्लाण्ट के विद्युत खपत को कम करने के लिए लगाया जायेगा सौर ऊर्जा संयंत्र

इससे यहां से निकलने वाले कुछ अन्य पदार्थों का उपयोग हाईवे और नेशनल हाईवे बनाने में किया जा रहा है। शिवरी के कूड़े कचरे को रिसाइकल कर उपयोगी बनाया जा रहा है और प्रधानमंत्री जी के वेस्ट टू वेल्थ के संकल्प को शिवरी प्लाण्ट के द्वारा साकार किया जा रहा है।

शिवरी प्लाण्ट मोदी के ‘वेस्ट टू वेल्थ’ संकल्प को कर रहा साकार

उन्होंने घोषणा की कि बहुत जल्द ही एनटीपीसी के सहयोग से शिवरी में 2000 टीपीडी क्षमता का वेस्ट टू एनर्जी प्लाण्ट बनाया जायेगा और शिवरी प्लाण्ट के विद्युत खपत को कम करने के लिए यहां पर सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित किया जायेगा।

शिवरी का कूड़ा निस्तारण पूरे देश व विश्व के लिए बनेगा मिशाल

एक से दो वर्ष में शिवरी के पूरे कूड़े का निस्तारण हो जाएगा और कूड़े से खाली हुई जमीन को समाज के लिए उपयोगी बनाया जायेगा। शिवरी गांव के लोगों के उपयोग के लिए यहां पर पार्क, स्टेडियम, अस्पताल एवं स्कूल भी बनाया जायेगा।

उन्होंने कहा कि कचरा प्रबंधन की इस तकनीक को सीखने और समझने के लिए देश के अन्य राज्यों सहित विदेश से भी लोग यहां आ रहे। शिवरी का कूड़ा प्रबंधन पूरे देश एवं विश्व के लिए एक दिन मिशाल बनेगा।

इस अवसर पर लखनऊ की महापौर सुषमा खर्कवाल, विधान परिषद सदस्य रामचन्द्र प्रधान एवं मुकेश शर्मा, पार्षदगण, ग्राम पंचायत शिवरी के ग्राम प्रधान, नगर आयुक्त, अपर नगर आयुक्त सहित नगर निगम लखनऊ के अन्य अधिकारी एवं कर्मचारीगण उपस्थित रहे।

ये भी पढ़ें : कार्य संतोषजनक न पाये जाने पर की जायेगी सख्त कार्यवाही : एके शर्मा

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here