उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने बोला कि स्वास्थ्य देखभाल को प्राथमिकता देने और चिकित्सीय सलाह का पालन करने के लिए, मैं भारत के उपराष्ट्रपति पद से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा देता हूं। राष्ट्रपति को लिखे गए त्यागपत्र में उन्होंने महामहिम का आभार जाहिर किया है।
अगस्त 2022 में उन्होंने देश के 14वें उपराष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली थी। उपराष्ट्रपति बनने से पहले धनखड़ पश्चिम बंगाल के राज्यपाल थे। वह 1989 से 1991 तक झुंझुनू लोकसभा क्षेत्र से सांसद रहे।
जगदीप धनखड़ केंद्र में मंत्री भी रह चुके हैं। धनखड़ का जन्म राजस्थान के झुंझुनू जिले में 18 मई 1951 को हुआ था। उनकी शुरुआती शिक्षा गांव में हुई। बाद में वह पढ़ने के लिए चित्तौड़गढ़ सैनिक स्कूल चले गए।

सेना के लिए उनका चयन एनडीए में हुआ था। इसके बाद भी उन्होंने आगे पढ़ाई करने का रास्ता चुना। राजस्थान विश्वविद्यालय से स्नातक करने के बाद उन्होंने कानून की पढ़ाई की। उन्होंने लंबे समय तक वकालत की।
मार्च में जगदीप धनखड़ को एम्स में भर्ती करवाया गया था। जानकारी के मुताबिक हार्ट संबंधी दिक्कत के चलते उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा था।
प्रधानमंत्री मोदी ने भी अस्पताल जाकर उनसे मुलाकात की थी। गौर करने वाली बात है कि आज से ही संसद का मॉनसून सत्र शुरू हुआ है। ऐसे में मॉनसून सत्र में राज्यसभा के सभापति की कमी खलने वाली है। बता दें कि जगदीप धनखड़ का कार्यकाल पूरा होने में अभी दो साल बाकी थे।
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