लखनऊ। सीएसआईआर-सेंट्रल ड्रग रिसर्च इंस्टीट्यूट (सीडीआरआई) में आज सतर्कता जागरूकता सप्ताह का समापन हुआ, जिसमें “राष्ट्र की समृद्धि के लिए सत्यनिष्ठा की संस्कृति” विषय पर एक प्रेरणादायक व्याख्यान आयोजित किया गया।
यह व्याख्यान उत्तर प्रदेश पुलिस के सीबीसीआईडी के महानिदेशक (डीजी) डॉ. सत्यनारायण साबत, आईपीएस द्वारा दिया गया। मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. सत्यनारायण ने अपने व्याख्यान में इस बात पर जोर दिया कि कैसे ईमानदारी एक समृद्ध राष्ट्र की नींव रखती है।
समापन समारोह के दौरान, सीएसआईआर-सीडीआरआई की निदेशक, डॉ. राधा रंगराजन ने डॉ. सत्यनारायण को सम्मानित किया एवं उनके विचारशील संबोधन के लिए आभार व्यक्त किया।
सीएसआईआर-सीडीआरआई ने अपने कर्मचारियों और संबंधित सदस्यों के बीच सतर्कता, नैतिक आचरण एवं पारदर्शिता को बढ़ावा देने के लिए सतर्कता सप्ताह में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया।
इस दौरान, संस्थान के स्टोर एवं क्रय विभाग के वरिष्ठ नियंत्रक विनय कुमार द्वारा एक व्याख्यान भी शामिल था, जिसमें संस्थागत कार्यों में पारदर्शिता बढ़ाने और प्रक्रियाओं की दक्षता सुनिश्चित करने के लिए चर्चा की गई। इसके अतिरिक्त, संस्थान द्वारा आसपास के स्कूलों एवं कॉलेजों में जागरूकता अभियान भी चलाया गया।
साथ ही, एसोसिएशन फॉर एडवोकेसी एंड लीगल इनिशिएटिव्स ट्रस्ट (एएएलआई) की वकील रेनू मिश्रा ने कार्यस्थल पर महिलाओं के यौन उत्पीड़न (रोकथाम, निषेध और निवारण) अधिनियम पर एक व्याख्यान दिया।
सीडीआरआई निदेशक, वैज्ञानिकों और कर्मचारियों ने अपने व्यावसायिक आचरण में सत्यनिष्ठा एवं ईमानदारी बनाए रखने की शपथ ली। यह प्रतीकात्मक कदम सीएसआईआर-सीडीआरआई के नैतिक सिद्धांतों और आपसी सम्मान पर आधारित कार्य वातावरण बनाए रखने के संकल्प को मजबूत करता है।
प्रतिभागियों को प्रेरित करने और सत्यनिष्ठा पर चिंतन को प्रोत्साहित करने के लिए, सीएसआईआर-सीडीआरआई ने “राष्ट्र की समृद्धि के लिए ईमानदारी की संस्कृति” विषय पर एक निबंध प्रतियोगिता भी आयोजित की।
सीएसआईआर-सीडीआरआई का यह सतर्कता जागरूकता सप्ताह राष्ट्रीय स्तर पर सार्वजनिक प्रशासन में नैतिक प्रथाओं, जवाबदेही एवं पारदर्शिता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित किए जा रहे राष्ट्रीय अभियान के साथ जुड़ा हुआ है।
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