दिल्ली की नेशनल गेम्स में मेडल जीत में विशेष का अहम योगदान

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मड़गांव: भारतीय बास्केटबाल टीम के कप्तान विशेष भृगुवंशी का कहना है। पेशेवर बास्केटबाल लीग से कई खिलाड़ियों को आर्थिक सहायता तथा इस खेल से जुड़े रहने की एक हिम्मत मिलेगी। विशेष कई आस्ट्रेलिया समेत कई अन्य देशों की प्रोफेशनल लीग का हिस्सा रह चुके हैं।

विशेष करीबन 17 साल से भारतीय बास्केटबाल टीम का हिस्सा रहे हैं। इस दौरान उन्होने कई उतार-चढ़ाव भी देखा है। कई बार वो इस दौरान इंजर भी हुए थे। इस दौरान लगता था। वो कभी वापसी भी नहीं कर पाएंगे लेकिन उन्होने हर बार इन अटकलों को गलत ठहराते हुए वापसी भी कि।

विशेष के इतने लंबे करियर के दौरान भारतीय बास्केटबाल टीम ने अनेक उपलब्धियां हासिल कि जैसे एशियन बास्केटबाल पावरहाउस चीन को दो बार हराना हो या एशियन बीच गेम्स में अपने देश को स्वर्ण पदक दिलाना हो।

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भारतीय बास्केटबाल में अगर विशेष के बारे में बात करें तो उनके मुकाबले का कोई भी खिलाड़ी नहीं है। जब उनसे पूछा गया की आखिर आपमें कितनी बास्केटबाल बची है। उसपर उनका जवाब था। जब तक भगवान का साथ है। तब तक खेलते रहेंगे।

विशेष वाराणसी से ताल्लुक रखते हैं। जब उन्होने बास्केटबाल खेलने शुरू किया था । उस दौरान खेलने के लिए सुविधाओं का बड़ा आभाव था। आर्थिक रूप से भी खिलाड़ियों को बहुत मशक्कत करनी पड़ती थी।

बावजूद इसके विशेष ने कभी हार नहीं मानी, तमाम तरह की परेशानियों का सामना करते हुए उन्होने वो मुकाम हासिल किया जिसके लिए बड़े-बड़े खिलाड़ी तरसते हैं।

उन्होने ना ही अपने देश में बल्कि एशिया में भी वो कई बर शीर्ष-5 खिलाड़ियों की सूची में उनका नाम रहा है। अंतराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय बास्केटबाल के विकास को लेकर उन्होने कहा, अंतराष्ट्रीय स्तर पर प्रतियोगिता की बढ़ोतरी से भारतीय बास्केटबाल से होगा विकास।

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