महात्मा गांधी के शांति संदेश के प्रसार के लिए कोलकाता से बांग्लादेश तक पैदल चले स्वयंसेवक

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गांधी भवन, कोलकाता से गांधी आश्रम, बांग्लादेश तक हुई इस गांधी पीस वॉक (गांधी शांति पदयात्रा) का उद्देश्य महात्मा गांधी के शांति संदेश और संयुक्त राष्ट्र के शांति मिशन का प्रसार करना और गांधी जी द्वारा सिखाए गए अहिंसा के मानवीय विकास और सिद्धांतों की दिशा में योगदान देना था.

डॉ अर्जुमंद ज़ैदी के नेतृत्व में गांधी पीस वॉक में स्वयंसेवकों ने रचा इतिहास

फिर यह यात्रा वापसी करते हुए 21 मार्च को गांधी भवन कोलकाता में समाप्त हुई.  गत 9 मार्च को गांधी भवन कोलकाता से शुरू हुई पदयात्रा और 15 मार्च को गांधी आश्रम, नोआखली बांग्लादेश में पूरी हुई.

ये पदयात्रा  12 महत्वपूर्ण जिलों (जशोर, नरैल, गोपालगंज, फरीदपुर उप जिला भांगा, सोनारगांव- पनामा सिटी, मदारीपुर, ढाका, कुमिला, बोगुरा, नोआखली और राजधानी शहर ढाका) से होकर गुजरी.

इसका बांग्लादेश की जनता और सरकार ने बहुत गर्मजोशी से स्वागत किया और सरकार की तरफ से सुरक्षा के कई बेहतरीन इंतजाम किए गए थे.

पदयात्रा के सम्मान में 14 मार्च  को ढाका (बांग्लादेश) में भारतीय उच्चायोग द्वारा इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय केंद्र में स्वागत के लिए सम्मान और सांस्कृतिक कार्यक्रम सहित रात्रिभोज भी आयोजित किया गया था और डॉ ज़ैदी ने गांधी आश्रम, बांग्लादेश में शांति का पौधा लगाया जिसे ‘’बापू ‘’ नाम दिया गया है.

फिर डॉ ज़ैदी 7 दिन के बाद गांधी आश्रम, नोआखली, बांग्लादेश पहुंची जो 25 एकड़ का एक सुंदर परिसर है. इसके बाद 16 मार्च को बड़े सम्मान समारोह में डिप्टी कमिश्नर और कई अन्य सरकारी अधिकारियों और अन्य गणमान्य लोगों ने भाग लिया.

वही डॉ ज़ैदी के नेतृत्व में भारतीय प्रतिनिधिमंडल को स्मृति चिन्ह और शॉल देकर सम्मानित किया गया. इस दौरान  डॉ ज़ैदी ने परिसर के अंदर गांधी संग्रहालय और स्कूल का भी दौरा किया और स्कूली छात्रों के उत्थान के लिए कुछ नवाचारों का सुझाव दिया.

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पदयात्रा का उद्देश्य दुनिया भर में शांति कायम करना, हमारे सीमावर्ती देशों के साथ खुशहाल पड़ोस, मैत्रीपूर्ण और शांतिपूर्ण संबंध बनाना था और कई अन्य देशों के लिए इस तरह की कई और यात्राओं की योजना बनाई जा रही है.

आयोजन की मुख्य आयोजन टीम में डॉ. दीपांकर रॉय (अध्यक्ष, अंतर्राष्ट्रीय कला अधिनियम) और राहा नबा कुमार (मुख्य कार्यवाहक अधिकारी- गांधी आश्रम ट्रस्ट, बांग्लादेश) शामिल थे.

कुछ अन्य पड़ाव 

  • 18 मार्च को ढाका में इंडो-बांग्लादेश फ्रेंडशिप क्लब द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम और औपचारिक रात्रिभोज के बाद एक सम्मान कार्यक्रम आयोजित किया गया और प्रतिनिधिमंडल को स्मृति चिन्ह दिए गए.
  • 19 मार्च को प्रतिनिधिमंडल कोलकाता वापस आया.
  • 20 मार्च को भारत में बांग्लादेश उच्चायोग ने कलकत्ता रोइंग क्लब में एऔपचारिक रात्रिभोज का आयोजन
  • 21 मार्च को गांधी भवन कोलकाता में मिशन “गांधी पीस वॉक” के सफल समापन पर उत्सव कार्यक्रम आयोजित

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