लखनऊ। आज़ाद लेखक कवि सभा उत्तर प्रदेश की ओर से अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर भव्य समारोह हुआ। समारोह श्री गुरु तेग बहादुर भवन चंदर नगर आलमबाग में हुआ।
कार्यक्रम में बतौर अतिथि श्री गुरु नानक गर्ल्स कालेज की प्रिंसिपल मंजीत कौर, मुख्य अतिथि रवनीत कौर और दशमेश पब्लिक स्कूल की प्रिंसिपल सरबजीत कौर ने महिलाओं को अपने अधिकारों के प्रति सजग किया। वडेरा सिस्टर्स एवं अमृत कीर्तन अकेडमी सुमधुर गायन किया।
श्री गुरु तेग बहादुर भवन चंदर नगर आलमबाग में हुआ कार्यक्रम
कार्यक्रम में महिलाओं ने प्रभावी भाषण, नाटक, कविता, गीत गायन की प्रस्तुतियों से प्रभावित किया। हिंदी एवं पंजाबी व्यंग्यकार इंद्रजीत कौर और हिंदी लेखिका पूजा खत्री को नव-प्रकाशित पुस्तकों के उत्कृष्ट लेखन के लिए सम्मानित किया गया। रविन्दर कौर गांधी ने सरबजीत सिंह बख्शीश ने मंच संचालन किया।
कार्यक्रम संयोजक त्रिलोक सिंह बहल ने अतिथियों का स्वागत किया। महासचिव देवेन्द्र पाल सिंह बग्गा ने आभार जताया।आज़ाद लेखक कवि सभा के अध्यक्ष नरेंद्र सिंह मोंगा ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाए जाने की म परंपरा पर प्रकाश डाला।
उन्होंने बताया कि सर्वप्रथम 1909 में सोशलिस्ट पार्टी ने अमेरिका का राष्ट्रीय महिला दिवस, महिला कामगारों के 8 मार्च 1908 को न्यूयॉर्क में अपने अधिकारों के लिए किये गए विशाल प्रदर्शन की याद में प्रारंभ हुआ था। उनकी मांग थी कि महिलाओं के काम के घंटे तय हों, श्रम का पूरा वेतन मिले।
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महिलाओं को मतदान का अधिकार मिले। महिला दिवस को अंतरराष्ट्रीय बनाने का विचार सबसे पहले क्लारा ज़ेटकिन नाम की एक महिला के जेहन में आया। जिसके प्रयास से 1910 में संयुक्त राष्ट्र संघ ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्रदान कर दी। कार्यक्रम में कंवलजीत सिंह टोनी, मनमीत कौर, मनप्रीत कौ, सिमरजीत कौर का विशेष सहयोग रहा।
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