नई दिल्ली: मौजूदा चैंपियन लक्ष्य सेन और पूर्व चैंपियन पीवी सिंधु उस 19 सदस्यीय मजबूत भारतीय दल में शामिल हैं, जो योनेक्स-सनराइज इंडिया ओपन 2023 की ट्रॉफी पर कब्जा जमाना चाहता है। ये स्टार शटलर एक साल के अंतराल के बाद घरेलू फैंस के सामने अपने स्किल का प्रदर्शन करने के लिए उत्सुक हैं।
बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड टूर का हिस्सा इंडिया ओपन को इस साल से सुपर 750 श्रेणी में अपग्रेड किया गया है और इस कारण दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी 17-22 जनवरी तक नई दिल्ली के इंदिरा गांधी स्पोर्ट्स काम्पलेक्स में स्थित केडी जाधव इंडोर हॉल में खिताब के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगे।
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सेन ने पिछले साल फाइनल में उस समय के विश्व चैंपियन सिंगापुर के लोह कीन यू को हराकर खिताब जीता था जबकि सिंधु सेमीफाइनल में हारी थीं। 2022 का संस्करण कोविड से जुड़े प्रतिबंधों के कारण बंद दरवाजे के पीछे खेला गया था।
अब जबकि दर्शकों को स्टेडियम में मुफ्त प्रवेश की व्यवस्था है, सेन और सिंधु दोनों खचाखच भरे स्टेडियम में घरेलू फैंस से मिलने वाले समर्थन को लेकर उत्साहित हैं।
सिंधु ने सोमवार को आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में कहा, “इंडिया ओपन हमेशा मेरे लिए एक खास टूर्नामेंट रहा है क्योंकि मुझे घरेलू दर्शकों के सामने खेलने का मौका मिलता है। पिछली बार फैंस को अनुमति नहीं दी गई थी, लेकिन इस बार मैं स्टैंड्स में सभी के समर्थन के साथ खेलने के लिए उत्सुक हूं।
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सिंधू थाईलैंड की सुपानिडा कटेथोंग के खिलाफ अपनी चुनौती की शुरुआत करेंगी। इसी खिलाड़ी के खिलाफ वह पिछले साल यहां सेमीफाइनल में हार गयी थीं। टोक्यो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता ने स्वीकार किया कि बाएं हाथ की थाई खिलाड़ी एक को समझ पाना आसान नहीं था लेकिन अब वह इसके लिए तैयार हैं।
सिंधु ने कहा, “हां, मैं पिछली बार उससे हार गई थी लेकिन मैंने उसके बाद उसे हराया है। मैंने कुछ नई चीजों पर भी काम किया है और आप टूर्नामेंट में उन बदलावों को देखेंगे।’ सिंधु चोट के कारण काफी समय से कोर्ट से दूर रहने के बाद इस महीने की शुरुआत में समलेशिया ओपन सुपर 1000 टूर्नामेंट के साथ वापसी की थी।
सिंधु जहां आगे बढ़ने के लिए घरेलू दर्शकों पर भरोसा कर रही हैं, वहीं सेन पर मौजूदा चैंपियन होने का और खिताब की रक्षा का अतिरिक्त दबाव है और वह जानते हैं कि प्रतिस्पर्धा के ऊंचे स्तर ने उनके खिताब की रक्षा के अभियान को कठिन बना दिया है।
सेन शुरुआती दौर में हमवतन एचएस प्रणाय से भी भिड़ेंगे और यह 2022 राष्ट्रमंडल खेलों के चैंपियन पर एक अतिरिक्त दबाव हो सकता है। सेन को इस बात से फर्क नहीं पड़ता कि पहले दौर में उनका सामना किससे है और इसी कारण वह अपनी तैयारियों को लेकर आत्मविश्वास से भरपूर नजर आ रहे हैं।
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सेन ने कहा, “मेरा अंतिम उद्देश्य अपने खिताब का बचाव करना है। लेकिन मैं एक समय में एक मैच पर ध्यान लगाने जा रहा हूं।“ सेन ने आग कहा, “मैं और प्रणाय पिछले एक साल में कई बार खेले हैं। लेकिन इनमें से अधिकतर मैच क्वार्टर फाइनल चरण में थे।
इस बार हालांकि हम एक के बाद एक पहले दौर के मैच खेल रहे हैं और मुझे इसे किसी अन्य मैच की तरह ही लेने की जरूरत है।” तीन बार की विश्व चैंपियन कैरोलिना मारिन ने भी कहा कि वह लंबे समय तक चोट से उबरने के बाद अच्छी तरह से और वास्तव में वापसी करने के लिए तैयार हैं।
स्पेन निवासी मारिन पिछले हफ्ते मलेशिया ओपन के क्वार्टर फाइनल में पहुंच गई थीं और इस सीजन में टूर पर कुछ खिताब जीतने की उम्मीद कर रही हैं।” मारिन ने कहा, “कुछ चीजें हैं जिन पर मुझे काम करने की ज़रूरत है। लेकिन कुल मिलाकर, मैं मलेशिया में जिस तरह से खेली, उससे खुश हूं और मैं किसी का भी सामना करने से नहीं डरती।
मैं किसी को भी हरा सकती हूं।” पहले दौर में मारिन का सामना जापान की पूर्व विश्व चैंपियन नाजोमी ओकुहारा से होगा। मारिन बनाम ओकुहारा और सेन बनाम प्रणाय के अलावा टूर्नामेंट में कुछ रोमांचक पहले दौर के मुकाबले हैं। इस टूर्नामेंट की कुल पुरस्कार राशि 850,000 डॉलर है।
ड्रा के अनुसार, पुरुष के पहले दौर में पूर्व चैंपियन किदांबी श्रीकांत का सामना पहले दौर में विक्टर एक्सेलसेन से होगा और सिंगापुर के तीसरे वरीय लोह कीन यू का सामना पिछले हफ्ते मलेशिया ओपन सुपर 1000 का फाइनल खेलने वाले जापान के कोडाई नारोका से होगा।
साल के पहले सुपर 750 इवेंट में 22 देशों के कुल 242 खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। बैडमिंटन पावरहाउस चीन ने सबसे बड़ा दल भेजा-जिसमें 15 पुरुष और 15 महिला खिलाड़ी शामिल हैं। जापान ने 29 (14 पुरुष और 15 महिलाएं) खिलाड़ियों का दूसरा सबसे बड़ा दल भेजा है। इसके बाद इंडोनेशिया और मलेशिया का स्थान है।
सनराइज स्पोर्ट्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक विक्रमादित्य धर ने कहा कि मुझे खुशी और गर्व है कि योनेक्स-सनराइज इंडिया ओपन 2023 अब 850,000 अमेरिकी डॉलर की पुरस्कार राशि के साथ 750-कैटेगरी का इवेंट बन गया है।
इस साल ऑफिशियल टाइटल और इक्विपमेंट स्पांसर के तौर पर टूर्नामेंट के साथ हमारा लगातार 18वां साल है। लगभग दो दशकों में इंडिया ओपन का दर्जा और महत्व कई गुना बढ़ गया है। हम भारतीय बैडमिंटन संघ और टाइटल स्पांसर के साथ इस टूर्नामेंट को आगे ले जाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।”
मेजबान भारत की उम्मीदें पूर्व विश्व चैंपियन पीवी सिंधु की अगुआई वाली 19 सदस्यीय टीम पर टिकी होंगी। पुरुष एकल की अगुवाई दुनिया के आठवें नम्बर के खिलाड़ी एचएस प्रणाय कर रहे हैं जबकि युगल वर्ग की अगुवाई राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी कर रही है।