चीन के शिनजियांग में आयोजित तीसरे बेल्ट एंड रोड अंतरराष्ट्रीय युवा मुक्केबाजी गाला में भारतीय मुक्केबाजों ने अपने शानदार प्रदर्शन से देश का मान बढ़ाया। भारतीय दल ने 7 स्वर्ण, 7 रजत और 12 कांस्य सहित कुल 26 पदक पर कब्जा जमाया।
इस गाला में भारतीय मुक्केबाजों ने न केवल पदकों की झड़ी लगाई, बल्कि अपने अनुशासन, तकनीक और जज्बे से दुनिया को भारत की नई पीढ़ी की ताकत भी दिखाई।
भारत ने 7 स्वर्ण, 7 रजत और 12 कांस्य सहित जीते कुल 26 पदक
टूर्नामेंट में भारतीय लड़कियों ने फाइनल में पूरी तरह अपना दबदबा कायम रखते हुए 5 स्वर्ण, 5 रजत और 6 कांस्य पदक जीते। इसमे लक्ष्मी (46 किग्रा), राधामणि (60 किग्रा), हरनूर (66 किग्रा), ज्योति (75 किग्रा) और अंशिका (80+ किग्रा) ने स्वर्ण पदक जीते।
वहीं चंद्रिका (54 किग्रा) को रजत पदक मिला जो चीन की मुक्केबाज से कड़े मुकाबले में हार गईं। इसके अलावा 46 किग्रा, 60 किग्रा, 66 किग्रा और 80 किग्रा से अधिक भार वर्ग में भारतीय मुक्केबाजों ने अतिरिक्त रजत और कांस्य पदक पक्के किए।
दूसरी ओर लड़कों के वर्ग में भी भारतीय बॉक्सरों ने शानदार खेल दिखाया और 2 स्वर्ण, 2 रजत व 6 कांस्य हासिल किए। फलक (48 किग्रा) और उधम सिंह राघव (54 किग्रा) ने कज़ाकिस्तान के मुक्केबाजों को मात देकर स्वर्ण पदक जीते। ध्रुव खर्ब (46 किग्रा) और पीयूष (50 किग्रा) को करीबी फाइनल में हारकर रजत पदक से संतोष करना पड़ा।
वहीं उदय सिंह (46 किग्रा), आदित्य (52 किग्रा), आशीष (54 किग्रा), देवेंद्र चौधरी (75 किग्रा), जयदीप सिंह हंजरा (80 किग्रा) और लोवेन गुलिया (80+ किग्रा) कांस्य विजेता रहे।
भारत ने इस आयोजन में 58 सदस्यीय दल भेजा था, जिसमें अंडर-17 वर्ग के 20 लड़के और 20 लड़कियां, साथ ही 12 कोच, 5 सहयोगी स्टाफ, एक रैफरी और एक जज शामिल थे।
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