लखनऊ का इकाना स्टेडियम एक बार फिर बड़े क्रिकेट का केंद्र बन गया है। यूपी टी-20 लीग के सफल आयोजन के बाद अब यहां भारत-A और ऑस्ट्रेलिया-A की टीमों के बीच चार दिवसीय द्विपक्षीय सीरीज़ का आगाज़ होने जा रहा है। यह सीरीज़ 16 से 19 सितंबर और 23 से 26 सितंबर तक आयोजित होगी।
आज दोनों टीमों ने स्टेडियम में अभ्यास सत्र आयोजित किया। खिलाड़ियों ने पिच की परिस्थितियों और स्थानीय माहौल के अनुरूप अपनी रणनीतियों पर काम किया। विशेषज्ञों के अनुसार यह अभ्यास सत्र खिलाड़ियों को मैच के लिए तैयार करने के साथ-साथ चयनकर्ताओं की नजरों में अपनी पकड़ मजबूत करने का मौका भी देगा।
भारत-A टीम के युवा सितारे श्रेयस अय्यर, ध्रुव जुरेल, अभिमन्यु ईश्वरन, साई सुदर्शन और नीतीश कुमार रेड्डी पर चयनकर्ताओं की निगाहें टिकी हैं।
ध्रुव जुरेल को उपकप्तान और विकेटकीपर की जिम्मेदारी मिली है, जबकि श्रेयस अय्यर आलोचकों को जवाब देने और अपनी बल्लेबाजी शैली से प्रभावित करने के लिए तैयार हैं। अभिमन्यु ईश्वरन, जो लंबे समय से टेस्ट टीम के स्क्वॉड में हैं, इस बार अपनी मेहनत का परिणाम दिखाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
बीसीसीआई ने पुष्टि की है कि पहले मैच के बाद टीम में केएल राहुल और मोहम्मद सिराज को शामिल किया जाएगा, जिसके लिए दो खिलाड़ियों को बाहर होना पड़ेगा। इससे यह सीरीज़ युवा खिलाड़ियों के लिए और भी महत्वपूर्ण साबित हो जाएगी।
यूपीसीए के अधिकारियों का कहना है कि लगातार बड़े मुकाबले आयोजित होने से इकाना स्टेडियम खिलाड़ियों और दर्शकों दोनों के लिए अहम स्थल बन चुका है।
मीडिया प्रभारी फहीम अहमद ने बताया कि आधुनिक सुविधाओं के कारण इकाना स्टेडियम न केवल खिलाड़ियों के लिए बेहतरीन अनुभव प्रदान करता है, बल्कि दर्शकों को भी रोमांचक क्रिकेट का लाइव अनुभव देता है। वहीं यह सीरीज़ कई मायनों में खास होगी, जो खिलाड़ियों को परखने के साथ-साथ दर्शकों को रोमांचक क्रिकेट का सीधा अनुभव देगी।
क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि यह सीरीज़ केवल मैचों की श्रृंखला नहीं, बल्कि भारतीय टेस्ट टीम के भविष्य की दिशा तय करने वाला अहम मंच भी साबित हो सकती है।
लखनऊ के क्रिकेट प्रेमियों के लिए यह अवसर खास होगा, जहां वे भविष्य के अंतरराष्ट्रीय सितारों को सीधे मैदान पर खेलते देख सकेंगे और उनके प्रदर्शन का अनुभव कर सकेंगे।
यूपीसीए के पदाधिकारी ने यह भी बताया कि संस्था का मुख्य फोकस नई प्रतिभाओं को अवसर देने पर है। अंतरराष्ट्रीय और घरेलू मुकाबलों की बढ़ती संख्या से राज्य के युवा खिलाड़ियों को अपनी क्षमता साबित करने का सुनहरा अवसर मिल रहा है, जिससे उत्तर प्रदेश में क्रिकेट का माहौल और अधिक जीवंत बन रहा है।
स्टेडियम प्रबंधन के अनुसार दोनों टीमें लखनऊ पहुंच चुकी हैं और खिलाड़ियों ने शनिवार को अभ्यास के साथ पिच और स्थानीय परिस्थितियों का अनुभव किया। विशेषज्ञों का कहना है कि यह सीरीज़ न केवल रोमांचक होगी, बल्कि बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से पहले खिलाड़ियों के लिए अपनी जगह सुनिश्चित करने का बड़ा अवसर भी साबित होगी।
इस सीरीज़ में युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का मिश्रण देखा जा रहा है, जिससे खेल के हर पल में रणनीति, उत्साह और कौशल का प्रदर्शन देखने को मिलेगा। लखनऊ के क्रिकेट प्रेमियों के लिए यह सीरीज़ एक यादगार अनुभव होने जा रही है — एक ऐसा मंच जहाँ भविष्य के सितारे अपनी पहचान बनाएंगे।
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