लखनऊ: शिया पीजी कॉलेज के विधि संकाय स्थित मूट कोर्ट में एनएसएस के सहयोग से स्वामी विवेकानंद की जयंती जो राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में जानी जाती है, पर संगोष्ठी का आयोजन कर बड़ी धूम धाम से मनाया गया।
इस संगोष्ठी में अपने विचार व्यक्त करते हुए एनएसएस प्रभारी डॉ वहीद आलम ने युवा दिवस के उद्देश व विवेकानंद जी के जीवन से क्या सबक लेना चाहिए, के बारे में बताया साथ ही कहा कि युवाओं पर देश के प्रति जिम्मेदारी और भागीदारी ज्यादा है उन्हे अपने अधिकारों के साथ कर्तव्यों पर भी ध्यान देना चाहिए।
इस अवसर पर विधि संकाय के प्राचार्य/इंचार्ज डॉ एस सादिक हुसैन आबिदी ने कहा कि हर युवा पीढ़ी देश का आधार है उसे अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए एक सच्चे नागरिक के रूप में देश की प्रगति में योगदान देना चाहिए।
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संगोष्ठी में प्रो एसएम हसनैन (निदेशक गर्ल्स सेक्शन- लॉ) ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने युवाओं के लिए शिक्षा को बहुत जरूरी बताया था क्योंकि स्वामी जी ने शिक्षा के दम पर अर्जित ज्ञान के आधार पर ही शिकागो में अपने भाषण से सबको हतप्रभ कर दिया था, आज का दिन युवाओं के लिए उनसे सबक लेने का दिन है।
संगोष्ठी का समापन डॉ आलोक यादव कार्यक्रम अधिकारी, यूनिट 2, एनएसएस के धन्यवाद उदघोष से हुआ।
संगोष्ठी में एनएसएस के स्वयंसेवकों में मो अनस, सरदार इंद्रजीत सिंह और बुशरा खान ने भी अपने विचार रखे।
संगोष्ठी का संचालन अजीत सिंह एनएसएस व खेलकूद सहायक ने किया।
इस अवसर पर डॉ मो अली (कार्यक्रम अधिकारी, यूनिट 3, एनएसएस), डॉ एस मोहसिन रज़ा, डॉ अजयवीर, डॉ नुजहत हुसैन, डॉ पीके गर्ग, डॉ छत्रपाल, डॉ कमलजीत मणि मिश्रा, डॉ नूरीन जैदी, डॉ धर्मेंद्र कुमार, डॉ मुनेंद्र सिंह एवं एनएसएस के तमाम स्वयंसेवक उपस्थित रहे।