लखनऊ। काकोरी ट्रेन एक्शन के अमर शहीदों पं राम प्रसाद बिस्मिल, ठाकुर रोशन सिंह, अशफाक उल्ला खां, राजेन्द्र लाहड़ी के बलिदान दिवस पर 36वीं साइकिल यात्रा निकली। यात्रा का आयोजन उत्तर प्रदेश क्रांतिकारी परिषद, लखनऊ की ओर से हुआ।
नेताजी सुभाष चौक से काकोरी शहीद स्मारक तक निकली यात्रा को वरिष्ठ आलोचक प्रो नलिन रंजन सिंह ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। अनिल मिश्र गुरुजी ने शहीद स्मारक तक की साइकिल यात्रा पूरी करने वाले बच्चों आदर्श गुप्ता, सौरभ, प्रिंस कुमार, प्रिंस, कृष्णा को सम्मानित किया।
यात्रा के आरंभ के पहले प्रो नलिन रंजन सिंह ने चारों क्रांतिकारियों और नेताजी सुभाष की प्रतिमा के समक्ष माल्यर्पण कर नमन किया। उत्तर प्रदेश क्रांतिकारी परिषद के अध्यक्ष अनिल मिश्र गुरू और सचिव अशोक सिंह, वरिष्ठ रंगकर्मी अर्चना जैन ने प्रो नलिन रंजन सिंह को सम्मानित किया।
सुभाष चौक निकट परिवर्तन चौक से काकोरी शहीद स्मारक तक निकली यात्रा
इस मौके पर प्रो नलिन ने कहा कि एक तबके मानना रहता है कि साधन की शुचिता बहुत जरूरी है। साध्य को हम किसी भी तरह से प्राप्त नहीं कर सकते। बल्कि हमारे साधन की पवित्रता सार्थक होनी चाहिए। दूसरा विचार कहता है कि नहीं हमें अपने साध्य की प्राप्ति के लिए साधन के विकल्प चुनने में स्वतंत्रता होनी चाहिए।
साधन कोई भी हो हमें साध्य मिले। हमारा लक्ष्य साध्य था आजादी, परतंत्रता से मुक्त हों। इसी मिशन के साथ हिंदुस्तान रिपब्लिकन असोसिएशन का गठन हुआ। ब्रिटिश सरकार का ही खजाना लूट लेने की एक ऐतिहासिक घटना थी, जो नौ अगस्त अगस्त को घटी। इसी धन से जबांज क्रांतिकारियों ने हथियार खरीदे।
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वरिष्ठ पत्रकार राकेश राय ने कहा कि शहीदो के सपनों को साकार करने के लिए लोगों को आगे आना होगा। क्रांतिकारियों के मार्ग पर चलकर ही मौजूदा समस्याओं का निदान किया जा सकता है।
लोक कवि कृष्णानंद राय ने वायु प्रदूषण पर आधारित जागरुकता गीत ‘पेड़ लगाओ, देश बचाओ ये सबको बतलाया है…, प्लास्टिक की थैली नहीं ले जाना है…, कुंभ में ‘नो डिस्पोजल यूस’ का गीत सुनाकर संदेश दिया। अनिल मिश्र गुरू जी ने कहा कि शहीदों का घोषणा पत्र ही हमारा असल संविधान है, उसको अमल में लाकर ही देश को समृद्ध किया जा सकता है।
यात्रा के दौरान हुआ नाटक का प्रदर्शन, गाए जनगीत
यह साइकिल यात्रा प्रातः सुभाष चौक से चलकर कैसरबाग बस अड्डा, अमीनाबाद, रकाबगंज, मेडिकल कॉलेज चौराहा, बालागंज दुबग्गा होते हुए काकोरी शहीद स्मारक पहुँचकर सभा में परिवर्तित हो गयी। साइकिल यात्रा मार्ग में स्थान-स्थान पर ‘अमुक आर्टिस्ट ग्रुप’ की ओर से अनिल मिश्र गुरू के निर्देशित नुक्कड़ नाटक ‘और करो तुम जय जयकार’ का प्रदर्शन किया गया।
साइकिल यात्रा के समापन अवसर पर काव्य गोष्ठी का भी आयोजन किया गया। साइकिल यात्रा में शशांक शेखर सिंह, अनूप मिश्र, सुरेन्द्र तिवारी ‘रंगकर्मी’ अभिनीत जैन, कृष्णानन्द राय (पर्यावरणविद), सोनल ठाकुर ‘रंगकर्मी’, श्रीपाल गौड़, विशाल गुप्ता, अभिषेक राजपूत, वरिष्ठ रंगकर्मी महेश चंद्र देवा, अरविन्दपति त्रिपाठी आदि ने प्रमुखता से सम्मिलित हुए।