भारतीय जनजातियों के उदय और राष्ट्रपति मुर्मू के संघर्ष की झलकियों से लोग हुए भावुक

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एसआर इंटरनेशनल परिसर में चल रहे एस आर ग्लोबल स्कूल के कार्यक्रम ‘अभ्युदय’ में बुद्धवार को दी गयी प्रस्तुतियों में आकर्षण का विषय रही सातवीं कक्षा के विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत की गयी भारतीय जनजातियों के संघर्ष गाथाओं पर आधारित लघु नाटिका,

जिसमें देश की वर्तमान राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू के संघर्ष और अब के सफर को बहुत ही खूबसूरती से दर्शाया गया। इस प्रस्तुति को देख वहाँ उपस्थित लोग भावुक हो उठे। एक अन्य प्रस्तुति में छठी के विद्यार्थियों ने भारतेंदु हरिश्चंद्र के नाटक अंधेर नगरी की नाट्य प्रस्तुति दी।

तीसरी के बच्चों ने ईमानदारी को मानवीय गुणों में उत्कृष्ट गुण दर्शाती हुई बड़ी ही मोहक लघु नाटिका पेश की तथा लोगों को अपने कार्य को पूरी ईमानदारी और निष्ठा से करने की नसीहत दी।

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इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित विधान परिषद सदस्य पवन सिंह चौहान ने बच्चों के उत्साह और उनकी प्रतिभासम्पन्नता की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि ये बच्चे हमारे देश का भविष्य हैं। दुनिया में अगर ये ठान लें तो इनके लिए कुछ भी असम्भव नहीं।

कार्यक्रम में  एसआर ग्लोबल ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स की चेयरपर्सन श्रीमती सुष्मिता सिंह, एसआर ग्लोबल स्कूल के प्रधानाचार्य सीके ओझा, उपप्रधानाचार्या श्रीमती शालिनी श्रीवास्तव, कार्यकारी निदेशक, एसआर इंटरनेशनल स्कूल श्रीमती मोनिका तिवारी, एकैडमिक इंचार्ज दीपक सिंह तथा कोऑर्डिनेटर्स गीता मेहता, पल्लवी उपाध्याय, साधना सिंह तथा गीताञ्जलि सिंह आदि उपस्थित रहे।

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