राजधानी के बख्शी का तालाब स्थित एसआर इंटरनेशनल परिसर में चल रहे एस आर ग्लोबल स्कूल के कार्यक्रम ‘अभ्युदय’ में प्रतिदिन नन्हे बच्चे अपने हुनर का लोहा मनवा रहे हैं। बच्चों की नाट्य और संगीत से सजी प्रस्तुतियों में जहाँ एक तरफ समाज को आईना दिखाने का कार्य हो रहा है।
वहीं दूसरी तरफ बच्चे ज्ञानवर्धक प्रस्तुतियाँ देकर समाज को नैतिकता और सामाजिकता का पाठ भी पढ़ा रहे हैं। क्लास प्रेजेंटेशन के इसी क्रम में शनिवार को दिन की शुरुआत पहली कक्षा की क्लासरूम विषय पर आधारित प्रस्तुति से हुई फिर दूसरी के बच्चों ने ‘आई वंडर व्हाई?’ विषय को अपनी प्रस्तुति में दर्शाया।
दूसरी कक्षा की ही एक अन्य प्रस्तुति में दुःख और सुख को समान रूप से ग्रहण करने की सीख दी गयी तथा बताया गया कि जीवन को यहीं दुःख और सुख की अनिश्चित्ताएँ रंगों से भरती हैं, इनके बिना जीवन नीरस और उद्देश्यविहीन हो जायेगा।
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आठवीं के बच्चों ने अपनी प्रस्तुतियों की शुरुआत धर्मनिरपेक्षता पर एक खूबसूरत लघु नाटिका से की तथा सभी को धर्म और वर्ग में बँटकर आपस में द्वेष रखने की बजाय प्रेम, दया, नीति, कर्तव्य, ईमानदारी, सच्चाई, करुणा आदि गुणों को ही धर्म मानने और उन्हें आत्मसात करने का संदेश दिया।
आठवीं के बी वर्ग के बच्चों ने ‘पेंडोराज बॉक्स’ कहानी का मंचन किया। आठवीं सी वर्ग के बच्चों ने संगीत की शक्ति को विशेष बताते हुए अपनी प्रस्तुति से दर्शाया कि संगीत यदि चाहे तो एक निर्जीव में भी जान फूक सकती है। संगीत में बीमारियों से लड़ने और हमारी आत्मशक्ति को मजबूत करने की ताकत होती है।
दिन की अंतिम प्रस्तुति में आठवीं के डी वर्ग के बच्चों ने ओजोन परत के महत्व पर प्रकाश डालते हुए उसकी सुरक्षा के उपायों को दर्शाती हुई ज्ञानवर्धक प्रस्तुति दी।
इस अवसर पर विधान परिषद सदस्य, श्री पवन सिंह चौहान, एसआर ग्लोबल ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स की चेयरपर्सन श्रीमती सुष्मिता सिंह, एसआर ग्लोबल स्कूल के प्रधानाचार्य सीके ओझा, उपप्रधानाचार्या श्रीमती शालिनी श्रीवास्तव, कार्यकारी निदेशक, एसआर इंटरनेशनल स्कूल श्रीमती मोनिका तिवारी, एकैडमिक इंचार्ज दीपक सिंह तथा कोऑर्डिनेटर्स, विवेक सिंह, गीता मेहता, पल्लवी उपाध्याय, साधना सिंह तथा गीताञ्जलि सिंह आदि उपस्थित रहे।