कानपुर। राज्य सरकार की अनूठी पहल ”जल ज्ञान यात्रा” मंगलवार को कानपुर नगर स्थित सूबे के पहले रेन वॉटर हार्वेस्टिंग थीम पार्क पहुंची। 10 परिषदीय विद्यालयों के 100 स्कूली बच्चों का थीम पार्क में पहुंचते ही खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उन्होंने यहां रोबोट और कृत्रिम पेड़ देखे, बारिश की बूंदों के सहेजने की तरीके सीखे।
नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग की ”जल ज्ञान यात्रा” कानपुर नगर में
सेल्फी प्वाइंट पर फोटाे खिंचवाए और झूलों पर भी झूले। जल संरक्षण, जल प्रबंधन और जल संचयन के बारे में उनको बताया गया। नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग की इस पहल में खेल-खेल में स्कूली बच्चों को जल जीवन मिशन की हर घर जल योजना की भी जानकारी दी गई।
10 परिषदीय विद्यालयों के 100 छात्र-छात्राओं ने सीखे बूंदों को सहेजने के तरीके
उनको गांव-गांव में घर तक पहुंचे नल कनेक्शन और उससे ग्रामीणों को मिल रहे लाभों से भी परिचित कराया गया। इन स्कूली बच्चों को जल निगम की वॉटर लैब और मगरासा स्थित वाटर सप्लाई स्कीम का भी भ्रमण कराया गया।
”हर घर जल” योजना की परियोजनाओं को करीब से देखा
देश में पहली बार भावी पीढ़ी को जल जीवन मिशन की परियोजनाओं का सहभागी बनाने के लिए उत्तर प्रदेश में शुरू की गई अनूठी पहल ”जल ज्ञान यात्रा” मंगलवार को कानपुर नगर में आयोजित की गई। जल निगम के अधिशासी अभियंता पाती राम ने जल ज्ञान यात्रा को हरी झण्डी दिखाकर उसका शुभारंभ किया।
स्कूली बच्चों ने जल गुणवत्ता जांच के बारे में विस्तार से ली जानकारी
स्कूली बच्चों ने पतारा विकासखंड के कल्याणपुर स्थित रेन वॉटर हारवेस्टिंग प्लांट का भ्रमण किया। यहां वर्षा जल के संचयन पर बनाए गये थीम पार्क में भी बच्चे घूमे। जल बचाने के लिए किये जाने वाले प्रयासों को करीब से जाना।
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पार्क में स्थपित ऑडीटोरियम में स्कूली बच्चों को वर्षा जल बचाने और जल के महत्व से भी अधिकारियों ने परिचित कराया। इसके बाद बच्चों के दल को उजैनी स्थित जल निगम की वॉटर लैब ले जाया गया। यहां बच्चों ने अशुद्ध पानी को शुद्ध करने की प्रक्रिया को समझा।
भावी पीढ़ी बनी मिशन में सारथी
राज्य सरकार की अनूठी पहल पर देश में पहली बार भावी पीढ़ी को जल जीवन मिशन की परियोजनाओं का सहभागी बनाने के लिए उत्तर प्रदेश में ”जल ज्ञान यात्रा” का शुभारंभ किया गया है।
इस यात्रा में छात्र-छात्राओं के सहभागी बनने से वो मिशन के प्रति लोगों को जागरूक करने में सारथी बनेंगें। बच्चों को यहां भूजल उपचार, ग्रे वॉटर का उपचार, सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट और अन्य संबंधित मुद्दों की जानकारी दी गई।