लखनऊ: आवास और शहरी कार्य मंत्रालय की प्रमुख योजना ‘अटल मिशन फॉर रिजुवेनेशन एंड अर्बन ट्रांसफॉर्मेशन’ (अमृत) के द्वारा एक प्रगतिशील पहल ‘महिलाओं के लिए पानी, पानी के लिए महिलाएं’ अभियान शुरू की गई है।
इसे ‘जल दिवाली’ के रूप में 7 नवंबर से 9 नवंबर, 2023 तक चलाया जायेगा। इस योजना में मंत्रालय के राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन (एनयूएलएम) की भी भागीदारी रहेगी।
अमृत योजना के तहत आयोजन
‘महिलाओं के लिए जल, जल के लिए महिलाएं अभियान’, ‘जल दिवाली’ के पहले चरण में राष्ट्रव्यापी रूप से 15,000 से अधिक स्वयं सहायता समूह महिलाओं की अपेक्षित भागीदारी के साथ आयोजित किया जा रहा है।
इस अभियान का उद्देश्य जल शासन प्रणाली में महिलाओं को शामिल करने के लिए एक मंच प्रदान करना है। उन्हें अपने-अपने शहरों में जल उपचार संयंत्रों (डब्ल्यूटीपी) के दौरे के माध्यम से जल उपचार प्रक्रियाओं के बारे में प्रत्यक्ष जानकारी प्रदान की जाएगी।
महिलाओं के लिए पानी, पानी के लिए महिलाएं’ अभियान जल दिवाली 7 से 9 नवंबर तक
संयंत्रों के दौरों से उन्हें घरों में स्वच्छ और सुरक्षित पेयजल पहुंचाने में प्रयुक्त महत्वपूर्ण प्रक्रियाओं को स्पष्ट रूप से देखने का अवसर मिलेगा। इसके अलावा, महिलाओं को जल गुणवत्ता परीक्षण प्रोटोकॉल के बारे में जानकारी उपलब्ध होगी जो यह सुनिश्चित करती है कि नागरिकों को अपेक्षित गुणवत्ता का जल उपलब्ध हो।
इस अभियान का व्यापक लक्ष्य जल बुनियादी ढांचे के प्रति महिलाओं में स्वामित्व और अपनेपन की भावना को विकसित करना है। प्रदेश के लखनऊ, वाराणसी, प्रयागराज, कानपुर, मथुरा, बाँदा, मिर्ज़ापुर, झाँसी, महोबा, उन्नाव, चित्रकूट, फ़िरोज़ाबाद एवं आगरा के 20 वाटर ट्रीटमेंट प्लांट को चिन्हित कर जल दिवाली का आयोजन कराना सुनिश्चित किया गया है।