आसरा दी हेल्पिंग हैंड्स संस्था ने रविवार को फ्री अडॉप्शन कैंप का आयोजन किया। यहाँ कैंप स्मृति उपवन, आशियाना में लगाया गया था। इस मौके पर 6 बेसहारा श्वानों को नए घर मिले।
संस्था की फॉउंडर चारु खरे ने कहा-हम बस लोगों तक यही संदेश पहुंचाना चाहते हैं की देसी कुत्तों का महत्व विदेशी कुत्तों से कहीं ज्यादा है। हमलोग पिछले 3 वर्ष से करीब 100 कुत्तों को रोज भोजन खिला रहे हैं और अनगिनत कुत्तों का इलाज कराया है।
हम बस लोगों तक यही संदेश पहुंचाना चाहते हैं की देसी कुत्तों का महत्व विदेशी कुत्तों से कहीं ज्यादा है। विदेशी कुत्तों की तुलना में हमारे देसी कुत्ते काफी समझदार, लो मेंटेनेंस और अनुशासित होते हैं।
आजकल कई बड़े मूवी स्टार्स और रत्न टाटा जी जैसे प्रसिद्ध व्यक्ति भी देसी कुत्तों प्रेमी है। पर आज भी कुछ मंदबुद्धि लोग इन्हें नुकसान पहुंचाने से बाज नहीं आते।
हमारी लोगों से ये अपील है कि कृपया कर देसी और विदेशी में भेद भाव ना करें और देसी कुत्तों को अपने घर में पनाह दें। आसरा दी हेल्पिंग हैंड्स ने पिछली वर्ष भी कई एडॉप्शन कैंप का आयोजन करके दर्जनों बेसहरा जीवों को घर दिलाया था।
मिले नए घर:
इस कैंप के परिणामस्वरूप, एक अच्छे घर मिलने का सुखद समर्थन हुआ है। 6 कुत्तों ने नए और स्थायी परिवारों में समाहित होने का आनंद लिया है। हर कुत्ते को उनके नए मालिकों के साथ सजीव संबंध बनाने का सुख और समृद्धि की शुभकामनाएं!
समर्पण:
आसरा की लीगल अडवाइज़र पूर्णा खरें ने कहाँ कि हम आभारी हैं सभी समर्थकों, योजकों, व्यवस्थापकों, और उन सभी लोगों का जो इस कैंप को एक मेमोरेबल और सफल घटना बनाने में सहायक रहे हैं। हम उम्मीद करते हैं कि इस पहल से और भी अधिक लोग एक नए दोस्त के साथ नए और सजीव जीवन का आनंद लेंगे।
ये भी पढ़ें : ‘श्रीमद्भगवदगीता : तात्विक भाव’ पुस्तक का हुआ विमोचन