लखनऊ l सरोजनीनगर विधानसभा क्षेत्र में खुले ताराशक्ति केन्द्र महिलाओं के लिए नई उम्मीद बन गए हैं। स्वरोजगार के जरिए महिलाओं को सशक्त और स्वावलंबी बनाने की दिशा में ‘तारा शक्ति केन्द्र’ अब निर्णायक भूमिका निभा रहे है। अक्टूबर 2022 में 4 तारा शक्ति केंद्र की शुरुआत के समय डॉ राजेश्वर सिंह ने 100 सेंटर खोलने का संकल्प लिया था।
मात्रशक्ति ने विधायक डॉ राजेश्वर सिंह को दिये 60 नये ताराशक्ति केंद्र स्थापित करने हेतु निवेदन पत्र
डॉ सिंह के सतत प्रयासों से आज तारा शक्ति केन्द्रों की संख्या 70 हो चुकी है। शनिवार को सरोजनीनगर के पराग चौराहा, आशियाना स्थित विधायक कार्यालय पर डॉ राजेश्वर सिह ने 9 नए सिलाई सेंटरों सिलाई सेंटरों का शुभारंभ किया।
स्थापित हुए 70 सिलाई केंद्र, महिलाएं बन रही जागरूक और स्वावलंबी
बता दें कि डॉ राजेश्वर सिंह क्षेत्र में अब तक 70 तारा शक्ति केंद्र स्थापित कर 700 से अधिक सिलाई मशीनों का वितरण कर चुके हैं, जिसके माध्यम से 1,400 से अधिक मातृशक्ति लाभान्वित हो रही है।
सरोजनीनगर में SHG समूह की महिलाये हो रही स्वावलंबी
तारा शक्ति केंद्रों से सरोजनीनगर की महिलाओं और स्वयं सहायता समूहों में जागरूकता के साथ इतना उत्साह आया कि क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों से 60 अन्य सिलाई केंद्र खोले जाने का निवेदन पत्र विधायक को दिए गए जिसको विधायक ने सहर्ष स्वीकार कर खोले जाने का आश्वासन भी दे दिया।
सरोजनीनगर टेक्सटाइल हब बनने की ओर तेजी से अग्रसर : डॉ राजेश्वर सिंह
विधायक डॉ सिंह ने बताया कि जिस प्रकार तमिलनाडु राज्य का तिरुपुर 30,000 करोड़ के Textile Export के साथ देश का Textile Hub है, अगला लक्ष्य आने वाले 10 वर्षो में सरोजनीनगर को तिरुपुर की भाँति Textile Hub के रूप में स्थापित करना है।
महिलाओं को सशक्त और उद्मी बनाने में निर्णायक भूमिका निभा रहा ‘ताराशक्ति केन्द्र’
शनिवार को खोले गए 9 नए सिलाई सेंटरों में 7 ग्रामीण इलाकों के- लतीफनगर, गहलवारा, मेमोरा, सकरा, जैतीखेड़ा, गहरू, सहिजनपुर तथा 2 शहरी क्षेत्रों वृंदावन और हरिहरपुर निलमथा शामिल हैं, सभी 9 सेंटरों को 7 – 7 मशीनें उपलब्ध करायी गयी, जिसमें 5 मोटराइज्ड, 1 पीको, 1 इंटरलॉकिंग मशीन शामिल हैं।
सरोजनीनगर : डॉ राजेश्वर सिंह ने 9 और सिलाई सेंटर का किया उद्घाटन
इसके अलावा सेंटर को सिलाई किट भी उपलब्ध करायी गयी, जिसमें कैची, चाक, फीता, सुई और धागे का डिब्बा सम्मिलित हैं। साथ ही पूर्व से संचालित सिलाई सेंटर कलस्टर बेंती, हरौनी, चंद्रावल, शिवरी, पानखेड़ा की महिलाओं को स्कूली बच्चों के ड्रेस बनाने के लिए से संसाधन भी उपलब्ध कराया गया।
विधायक डॉ राजेश्वर सिंह का मानना है कि सरोजनीनगर की मातृशक्ति को स्वावलंबी बनाने के संसाधन के साथ-साथ रोजगार के अवसर भी उपलब्ध होने चाहिए। जिसके लिए डॉ राजेश्वर सिंह सभी स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को संसाधन उपलब्ध करा रहे हैं और उनसे निर्मित ईको फ्रेंडली बैग लेकर स्कूलों में बच्चों को बंटवाएं जा रहे हैं।
जो पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक कारगर कदम है। अब इन महिलाओं से झोले के साथ साथ बच्चों के स्कूली यूनिफार्म भी बनवाए जाएंगे, जिसके बदले उचित मूल्य भी दिए जा रहे हैं, साथ ही सेंटर में तैयार उत्पाद के लिए बाजार भी सुलभ कराया जा रहा है।
डॉ राजेश्वर सिंह ने कहा कि क्षेत्र की सभी माताओं-बहनों-बेटियों को आत्मनिर्भर बनाना मेरा सपना है, जब तक ये सपना पूरा नहीं हो जाता तब तक मेरा प्रयास जारी रहेगा।
राजनीति में आने की मंशा ही यही थी कि सबके चेहरे पर मुस्कुराहट ला सकूं। महिलाओं को भरोसा दिया कि जितने आवेदन आए उतने तारा शक्ति सिलाई केन्द्र खोले जाएंगे।
पहले ये लक्ष्य 100 केन्द्रों का था लेकिन अब लगता है कि ये 125 तक जाएगा। वहीं राजेश्वर सिंह ने सिलाई केन्द्र की महिलाओं को भरोसा दिया वो सरोजनीनगर में निरंतर चल रही ‘राम रथ श्रवण अयोध्या यात्रा’ से सभी को राम लला के दर्शन भी कराएंगे।
राजेश्वर सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी और और उत्तर प्रदेश के मुख्यमत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में महिला सशक्तिकरण के युग की शुरुआत हुई है। नारी सुरक्षा, सम्मान, स्वावलंबन के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है।
हमारी सरकार ने आधी आबादी को आधे प्रतिनिधित्व करने का अधिकार नारी शक्ति वंदन अधिनियम – 33% आरक्षण बिल दिया। पीएम मुद्रा योजना के तहत 30 करोड़ महिलाओं को लोन दिया। उद्यमिता के सहारे महिलाओं को सशक्त बनाने की कोशिश जारी है। ग्रामीण क्षेत्रों में पीएम आवास योजना के तहत 70% से अधिक घर महिलाओं को दिए गए।
विधायक नें आगे कहा कि 83 लाख स्वयं सहायता समूहों से नौ करोड़ महिलाएं जोड़ी गईं है। 1 करोड़ महिलाएं लखपति दीदी बनीं। इसके बाद अब 3 करोड़ लखपति दीदी का लक्ष्य रखा गया है। जिसमें 10-15% महिलाएं यूपी से होंगी। सभी आशा और आंगनबाड़ी वर्कर्स को आयुष्मान भारत का लाभ मिल रहा है।
ये भी पढ़ें : शिक्षा और प्रशिक्षण क्षेत्र में भारत का है सर्वाधिक योगदान : डॉ राजेश्वर सिंह
UP की 1.63 लाख आशा वर्कर्स को लाभ मिला है। लड़कियों की शिक्षा के महत्व पर राजेश्वर सिंह ने कहा कि अगर सभी लड़कियां अपनी पढ़ाई पूरी कर कार्यक्षेत्र से जुड़े तो GDP में 27% तक की वृद्धि होगी। साल 2025 तक GDP में 770 अरब डॉलर की बढ़ोतरी हो सकती है।
कार्यक्रम में विधायक डॉ राजेश्वर सिंह ने क्षेत्र के दो मेधावी छात्र विज्ञात कुमार और अर्पिता चंद्रा को टेबलेट एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किया। अवगत हो कि डॉ राजेश्वर सिंह द्वारा बच्चों को निरंतर प्रोत्साहित करने के क्रम में 500 से अधिक बच्चों को साइकल और टैबलेट प्रदान किया जा चुका है।
इसके अलावा 250 कमप्यूटर के साथ स्कूलों में 25 डिजिटल लाइब्रेरी स्थापित की गई है। जिससे डिजिटल एजुकेशन के क्षेत्र में 25000 से ज्यादा लड़कियां लाभांवित हो चुकी है।
इस दौरान विधायक डॉ राजेश्वर सिंह ने कार्यालय पर आई क्षेत्र की जनता से सहज संवाद कर उनकी समस्याएं भी सुनीं, साथ ही तारा शक्ति निःशुल्क रसोई की माध्यम से उपस्थित लोगों को भोजन भी कराया।