लखनऊ। एसोसिएशन ऑफ प्राइवेट स्कूल्स उत्तर प्रदेश ने प्रदेश के मुख्य सचिव को आज पत्र भेजकर बच्चों के हित में प्रदेश के लगभग 1 माह से बंद पड़े स्कूलों को अविलम्ब खोलने का आदेश जारी करने की माँग की है। यह जानकारी एसोएिसशन के अध्यक्ष अतुल कुमार ने दी।
एसोसिएशन ऑफ प्राईवेट स्कूल्स यूपी ने प्रदेश के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर की माँग
श्री अतुल ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण स्कूलों को तो बंद कर दिया गया किन्तु मार्केट, सब्जी मण्डी, दुकानों, बस, रेल, पार्क आदि को खुला रखा गया और यहाँ पर जो भीड़ हाल के समाचार पत्रों में प्रकाशित की गयी, उससे साफ दिखता है कि इन सार्वजनिक स्थानों पर कोविड प्रोटोकॉल का बिलकुल ही पालन नहीं किया जा रहा है।
जब कि सभी स्कूलों को बंद कर दिया गया जहाँ कि कोविड प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन किया जा रहा है। श्री अतुल कुमार ने कहा कि अभी बीच में जब स्कूल खोले गये थे, उस समय ना केवल बच्चों की पढ़ाई सुचारू रूप से चल रही थी, बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश में एक भी बच्चे को कोरोना होने की खबर नहीं आई थी।
ऐसे में स्कूलों को बंद किया जाना बच्चों के साथ न्यायपूर्ण नहीं है। श्री अतुल कुमार ने यह भी कहा कि वर्ल्ड बैंक के ग्लोबल एजुकेशन डायरेक्टर जैमे सावेद्रा ने कहा है कि कोविड महामारी को देखते हुए स्कूलों को बंद रखने का अब कोई औचित्य नहीं है।
श्री सावेद्रा ने यह भी कहा कि उनकी टीम एजुकेशन सेक्टर पर कोविड-19 के प्रभाव पर नजर रख रही है, और इसका कोई सबूत नहीं है कि स्कूल खोलने से केसेज में बढ़ोत्तरी हुई है। उनके अनुसार कोरोना संक्रमण का स्कूलों को खोलने या बंद करने से कोई लेना-देना नहीं है।
ऐसे में रेस्टोरेन्ट, बार और शॉपिग मॉल, सब्जी मण्डी एवं दुकानों आदि को खुला रखने और स्कूलों को बंद रखने का कोई मतलब नहीं है। अतः सरकार को प्रदेश के सभी स्कूलों को खोलने का आदेश देकर बच्चों के साथ न्याय करना चाहिए।