इलाहाबाद हाईकोर्ट ने यूपी विधानसभा चुनाव के स्थगन पर निर्णय किया सुरक्षित 

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लखनऊ। उच्च न्यायालय इलाहाबाद की लखनऊ खण्डपीठ ने आज कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुये हिन्दू महासभा की दाखिल याचिका पर सुनवाई करने के बाद निर्णय सुरक्षित कर लिया।

एआर मसूदी और सुरेश कुमार की डबल बेंच ने आधे तक चली सुनवाई में याची ऋषि त्रिवेदी, प्रदेश अध्यक्ष हिन्दू महासभा, उत्तर प्रदेश और विपक्षी चुनाव आयोग और प्रदेश सरकार की ओर मौजूद अधिवक्ताओं की ओर से रखे गये तथ्यों पर गौर करने के बाद निर्णय सुरक्षित किया।

मालूम हो कि बीती 17 जनवरी को अखिल भारत हिन्दू महासभा, उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष ऋषि त्रिवेदी ने तेजी से बढ़ रहे कोरोना के मामलों को देखते हुये उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को स्थगित किये जाने की मांग को लेकर उच्च न्यायालय लखनऊ खण्डपीठ का दरवाजा खटखटाया था।

हिन्दू महासभा ने कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुये दाखिल की थी याचिका

सुनवाई के बाद याची के अधिवक्ता एवं पार्टी के विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष षैलेन्द्र श्रीवास्तव ने बताया कि न्यायालय ने याचिका में याची की ओर से रखते तथ्यों को जिस गम्भीरता के साथ सुना है, उम्मीद है कि कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुये स्थिति सामान्य होने तक उत्तर प्रदेश विधानसभा को स्थगित कर याची के पक्ष में निर्णय देंगे।

सुनवाई के दौरान याची के अधिवक्ता ने बताया कि वर्तमान में जिस तेजी के साथ एक बार फिर कोरोना के मामले सामने आ रहे है, उससे स्पष्ट है कि आगामी विधानसभा चुनाव निष्पक्ष हो पाना सम्भव नहीं होगा, क्योंकि कोरोना के भय के कारण अधिकतर मतदाता मतदान के लिये नहीं जा सकेगें।

इसके अलावा उत्तर प्रदेश में बीते पंचायत चुनाव को उदाहरण पेश करते हुये बताया गया कि इस चुनाव में दो हजार से अधिक सरकारी कर्मचारियों की मृत्यु कोरोना महामारी के कारण हुयी और उन्हें मुआवजा भी दिया गया।

जिसे देखते हुये आगामी विधानसभा चुनाव में लगने वाली डियूटी को लेकर कर्मचारियों में न सिर्फ भय व्याप्त है बल्कि उनकी जान का खतरा भी बना हुआ है, ऐसे कर्मचारी काफी गहरे मानसिक दबाव से गुजर रहे है। जिसको गम्भीरता से लेते हुये चुनाव आयोग को स्थगन के बारे में विचार करना चाहिए।

भेजे गये प्रत्यावेदन में बताया गया है कि इस समय कोरोना महामारी की तीसरी लहर भी बड़ी तेजी से अपने पैर पसार रही है और दिन व दिन ये दो गुना रफ्तार से बढ़ रही है, और यदि यह महामारी इसी तरह फैलती रही तो आने वाले चुनाव के समय यह महामारी विस्फोटक रूप ले सकती है।

जैसा कि पिछले साल पष्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव और उत्तर प्रदेश के पंचायत चुनाव में हुआ था और जिसकी वजह से हजारों लोगों को अपनी जान तक भी गंवानी पड़ी थी। श्री त्रिवेदी ने कहा कि कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या और पिछले चुनावों में हुयी जनहानि को दृष्टिगत आगामी विधानसभा चुनाव को महामहारी के स्थिति सामान्य होने तक स्थगित करे।

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