बीते दिनों कर्नल सोफिया कुरैशी और ऑपरेशन सिंदूर पर बेतुके बयान देने वाले भाजपा नेताओं को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सख्त हिदायत दे दी है।
उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान पार्टी के नेताओं को असंवेदनशील बयान देने से बचने की सलाह दी है। इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह की गलती दोहराए जाने की गुंजाइश नहीं है। बताते चले कि अमित शाह मध्य प्रदेश के पचमढ़ी में भाजपा नेताओं के लिए आयोजित एक प्रशिक्षण शिविर के उद्घाटन के लिए पहुंचे थे।
पार्टी प्रशिक्षण शिविर में सांसदों और विधायकों को संबोधित करते हुए उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भाषण देते समय संयम रखना सबसे अहम होता है। उनकी यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब मध्य प्रदेश के मंत्री विजय शाह, उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा और नरेंद्र प्रजापति बीते कुछ दिनों में आपत्तिजनक बयान देकर विवादों में आए।
मध्य प्रदेश के जनजातीय मामलों के मंत्री विजय शाह ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर सेना की ब्रीफिंग का नेतृत्व करने वाले अधिकारियों में से एक कर्नल सोफिया कुरैशी के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी करने के बाद आलोचनाओं में घिरे थे।
उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा की इस बयान की आलोचना की गई कि आतंकवादियों और पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए भारतीय सशस्त्र बल और सभी सैनिक प्रधानमंत्री मोदी के सामने ‘नतमस्तक’ हैं।
एक दिन बाद ही रीवा के मंनगवां से पहली बार भाजपा विधायक बने नरेंद्र प्रजापति ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम ‘संयुक्त राष्ट्र’ के आदेश के बाद हुआ।
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14 से 16 जून तक हिल स्टेशन पचमढ़ी में आयोजित भाजपा के तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का उद्देश्य पार्टी के निर्वाचित प्रतिनिधियों को पार्टी की विचारधारा और अनुशासन को लेकर शिक्षित करना है।
बीजेपी के 165 विधायक, 29 लोकसभा और सात राज्यसभा सदस्य इस शिविर में भाग ले रहे हैं। जानकारी के मुताबिक इस दौरान सख्ती का पालन किया जाएगा और नेताओं को ब्रेक के अलावा मोबाइल फोन चलाने की इजाजत नहीं होगी।